Introduction to Computer : SARKARI LIBRARY

 

HISTORY OF THE DEVELOPMENT OF COMPUTERS

  • 2 December – World Computer Literacy Day
    • यह दिन मूल रूप से भारतीय कंप्यूटर कंपनी NIIT द्वारा 2001 में अपनी 20 वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए स्थापित किया गया था। 
    • विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस पहली बार वर्ष 2001 में 2 दिसंबर को मनाया और आयोजित किया गया था।
  • भारत में पहला कंप्यूटरभारतीय सांख्यिकी संस्थान(Indian Statistical Institute) कोलकाता में सन 1956 में स्थापित किया गया था
  • शुरुआत में कंप्यूटर नहीं थे। जोड़ने या घटाने के लिए आदमी ने अपनी उंगलियों का इस्तेमाल किया

 

अबेकस (The Abacus)

  • Abacus को पहला यांत्रिक गणना उपकरण(mechanical calculating device) माना जाता है।
  • Abacus का मुख्य उद्देश्य यह था कि जोड़ और घटाव जल्दी से किया जा सके।
  • Abacus को मिस्रवासियों द्वारा 10वीं शताब्दी ईसा पूर्व में विकसित किया गया था, लेकिन अंतिम संरचना 12वीं शताब्दी ईस्वी में चीनी शिक्षाविदों द्वारा दी गई थी

 

Napier 

  • Napier’s Bones in an Abacus invented by John Napier
  • Napier’s used the bone rods for counting purpose where numbers were printed on them. 
  • With the help of these rods ,one could do addition, subtraction, multiplication and division speediy. . 

 

Pascal’s calculator called ‘Pascaline’ 

  • वर्ष 1642 में, एक फ्रांसीसी वैज्ञानिकBlaise Pascal  ने एक जोड़ने वाली मशीन का आविष्कार किया जिसे पास्कल का कैलकुलेटर नाम दिया गया 
  • यह केवल जोड़ व घटा सकती थी। 
  • अतः इसे एडिंग मशीन (Adding Machine) भी कहा गया।

 

Leibniz Calculator 

  • वर्ष 1646 में Leibniz को कैलकुलेटर के रूप में बाजार में सफलतापूर्वक पेश किया गया था।
  • इसे आगे 1673 में डिजाइन किया गया था लेकिन इसे पूरा होने में 1694 तक का समय लगा।
  • यह कैलकुलेटर गणितीय संचालन जैसे जोड़, घटाना, गुणा और भाग कर सकता था 

 

डिफरेंस इंजन (Difference Engine) और एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine)

  • ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) ने 1822 में डिफरेंस इंजिन का आविष्कार किया जो भाप से चलता था तथा गणनाएं कर सकता था। 
  • 1842 में चार्ल्स बैबेज ने एक स्वचालित मशीन एनालिटिकल इंजन बनाया जो पंचकार्ड के दिशा निर्देशों के अनुसार कार्य करती थी तथा मूलभूत अंकगणितीय गणनाएं (जोड़, घटाव, गुणा, भाग) कर सकती थी। 
  • एनालिटिकल इंजन को विश्व का पहला कम्प्यूटर माना जा सकता है।
  • चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) को ‘आधुनिक कम्प्यूटर विज्ञान का जनक’ (Father of Modern Computers) कहा जाता है। 
  • लेडी एडा आगस्टा (Ada Augusta) ने एनालिटिकल इंजन में पहला प्रोग्राम डाला। अतः उन्हें दुनिया का प्रथम प्रोग्रामर (Programmer) भी कहा जाता है। 
  • उन्हें दो अंकों की संख्या प्रणाली बाइनरी प्रणाली (Binary System) के आविष्कार का श्रेय भी है।

 

सेंसस टेबुलेटर (Census Tabulator)

  • 1890 में अमेरिका के वैज्ञानिक हर्मन होलेरिथ (Herman Hollerith) ने इस विद्युत चालित यंत्र का आविष्कार किया जिसका प्रयोग अमेरिकी जनगणना में किया गया। 
  • इन्हें कम्प्यूटर के अनप्रयोग के लिए मेमोरी के रूप में पंचकार्ड (Punch Card) के आविष्कार का श्रेय भी दिया जाता है।
  • पंचकार्ड कागज का बना एक कार्ड है जिसमें पंच द्वारा छेद बनाकर कम्प्यूटर डाटा तथा प्रोग्राम स्टोर किया जाता था। पंचकार्ड रीडर द्वारा पंचकार्ड पर स्टोर किए गए डाटा को पढ़ा जाता था।
  • कम्प्यूटर के लिए डाटा स्टोर करने से पहले पंचकार्ड का उपयोग टैक्स्टाइल उद्योग में कपड़ा बुनने की मशीनों को नियंत्रित करने के लिए किया गया था। 

 

मार्क-I (Mare-1)

  • 1937 से 1944 के बीच आईबीएम (IBM-International Businees Machine) नामक कम्पनी के सहयोग तथा वैज्ञानिक हावर्ड आइकेन (Haward Aikan) के निर्देशन में विश्व के प्रथम पूर्ण स्वचालित विधुत यांत्रिक  (Electro-mechanical) गणना यन्त्र का आविष्कार किया गया। इसे मार्क-I नाम दिया गया। 

 

ए.बी.सी. (ABC-Atanasoff-Berry Computer)

  • 1939 में जॉन एटनासॉफ और क्लिफोर्ड बेरी नामक वैज्ञानिकों ने मिलकर संसार का पहला ‘इलेक्ट्रानिक डिजिटल कम्प्यूटर’ (Electronic Digital Computer) का आविष्कार किया। 
  • इन्हीं के नाम पर इसे एबीसी (ABC) का नाम दिया गया। 

 

एनिएक (ENIAC-Electronic Numerical Integrator and Calculater)

  • 1946 में अमेरिकी वैज्ञानिक जे. पी. एकर्ट (J.PEckert) तथा जॉन मुचली (John Mauchly) ने सामान्य कार्यों के लिए प्रथम पूर्ण इलेक्ट्रानिक (Fully Electronic) डिजिटल कम्प्यूटर का आविष्कार किया जिसे एनिएक नाम दिया गया। 

 

इडवैक (EDVAC-Electronic Discrete Variable Automatic Computer)

  • एनिएक कम्प्यूटर में प्रोग्राम में परिवर्तन कठिन था। इससे निपटने के लिए वान न्यूमेन (Van Neuman) ने संग्रहित प्रोग्राम (Stored Program) की अवधारणा दी तथा इडवैक का विकास किया।
  • इन्हें डाटा और अनुदेश (Instructions) दोनों को बाइनरी प्रणाली (0 और 1) में संग्रहित करने का श्रेय दिया जाता है।

 

यूनीवैक (UNIVAC-UniversalAutomatic Computer)

  • यह प्रथम कम्प्यूटर था जिसका उपयोग व्यापारिक और अन्य सामान्य कार्यों के लिए किया गया। 
  • प्रथम व्यापारिक कम्प्यूटर यनीवैक-I (UNIVAC-I) का निर्माण 1954 में जीइसी (GEC- General Electric Corporation) ने किया। 

 

माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor)

  • 1970 में इंटेल कम्पनी द्वारा प्रथम माइक्रो प्रोसेसर “इंटेल-4004” के निर्माण ने कम्प्यूटर क्षेत्र में क्रांति ला दी। 
  • इससे छोटे आकार के कम्प्यूटर का निर्माण संभव हुआ जिन्हें माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer) कहा गया। 
  • इंटेल, पेंटियम, सेलेरॉन तथा एएमडी वर्तमान में कुछ प्रमुख माइक्रो प्रोसेसर उत्पादक ब्रांड हैं।

 

एप्पल-II (Apple-II)

  • 1977 में प्रथम व्यवसायिक माइक्रो कम्प्यूटर (First Business Micro Computer) का निर्माण किया गया जिसे एप्पल-II नाम दिया गया। 

 

कम्प्यूटर के विकास का वर्गीकरण (Classification of Developmnt of Computer)

  • हार्डवेयर के उपयोग के आधार पर 
    • (i) पहली पीढ़ी(Generations)
    • (ii) दूसरी पीढ़ी 
    • (iii) तीसरी पीढ़ी 
    • (iv) चौथी पीढ़ी
    • (v) पांचवीं पीढ़ी 
  • कार्य पद्धति के आधार पर 
    • (i) एनालॉग कम्पयूटर
    • (ii) डिजिटल कम्पयूटर
    • (iii) हाइब्रिड कम्पयूटर 
  • आकार और कार्य के आधार पर 
    • (i) मेन फ्रेम कम्प्यूटर
    • (ii) मिनी कम्प्यूटर 
    • (iii) माइक्रो कम्प्यूटर
    • (iv) सुपर कम्प्यूटर 

 

FIVE GENERATIONS OF COMPUTERS

 

First Generation of Computers (1942-1955)

  • The beginning of the commercial computer age is from UNIVAC (Universal Automatic Computer). 
  • The first generation computers were used during 1942-1955. 
  • पहली पीढ़ी के कम्प्यूटर के निर्माण में निर्वात ट्यूब (Vacuum Tubes) का प्रयोग किया गया जिसे वाल्व (Valve) भी कहा जाता है।
  • डाटा तथा साफ्टवेयर के भंडारण (Storage) के लिए पंचकार्ड (Punch Card) तथा पेपर टेप (Paper Tape) का प्रयोग किया गया। 
  • कम्प्यूटर का गणना समय या गति मिली सेकेण्ड (MilliSecond-ms) में थी। 
  • (1 ms = 10-3 या 1/1000 sec)।  
  • Examples of first generation computers are ENIVAC and UNIVAC-1. 
  • 1952 मेंडॉ. ग्रेस हापर द्वारा असेम्बली भाषा (Assembly Language) के आविष्कार से प्रोग्राम लिखनाकुछ आसान हो गया। 

 

Advantages : 

  • Vacuum tubes were the only electronic component available during those days
  • Vacuum tube technology made possible to make electronic digital computers.
  • These computers could calculate data in millisecond.

 

Disadvantages : 

  • The computers were very large in size. 
  • They consumed a large amount of energy.
  • Non-portable. 
  • Limited commercial use. 
  • Very slow speed.
  • Used machine language only. 
  • Used magnetic drums which provide very less data storage.

 

Second Generation Computers (1955-1964) 

  • The second generation computers used transistors
  • The size of the computers was decreased by replacing vacuum tubes with transistors. 
  • अपेक्षाकृत हल्के, छोटे और कम विद्युत खपत करने वाले थे।
  • डाटा तथा साफ्टवेयर के भंडारण के लिए मेमोरी के रूप में चुंबकीय भंडारण उपकरणों (Magnetic Storage Divices) जैसे- मैग्नेटिक टेप तथा मैग्नेटिक डिस्क आदि का प्रयोग आरंभ हुआ। इससे भंडारण क्षमता तथा कम्प्यूटर की गति में वृद्धि हुई। 
  • कम्प्यूटर के प्रोसेस करने की गति तीव्र हुई जिसे अब माइक्रो सेकेण्ड (micro second) में मापा जाता था। (1 micro second = 10-6 Sec या 1 सेकेण्ड का दस लाखवां भाग)। 
  • बैच आपरेटिंग सिस्टम (Batch Operating System) का आरंभ किया गया। 
  • साफ्टवेयर में कोबोल (COBOL-Common Business Oriented Language) और फोरट्रान (FORTRAN-Formula Translation) जैसे उच्च स्तरीय भाषा (High Level language) का विकास आईबीएम द्वारा किया गया। इससे प्रोग्राम लिखना आसान हुआ।
  • The examples of second generation computers are IBM 7094 series, IBM 1400 series and CDC 164 etc.

Advantages :

  • Smaller in size as compared to the first generation computers.
  • Used less energy and were not heated.
  • Better speed and could calculate data in microseconds Used faster peripherals like tape drives, magnetic disks, printer etc.
  • Used Assembly language instead of Machine language. Disadvantages : 
  • Cooling system was required 
  • Constant maintenance was required 
  • Only used for specific purposes 
  • Costly and not versatile

 

ट्रांजिस्टर (Transister)

  • ट्रांजिस्टर (Transister) का आविष्कार1947 मेंबेल लैबोरेटरीज (Bell Laboratories) के जॉन वारडीन, विलियम शाकले तथा वाल्टर ब्रेटन (Bardeen, Shockley and Brattain) ने किया। 
  • अर्द्धचालक (Semiconductor) पदार्थ सिलिकन (Si) या जर्मेनियम (Ge) का बना ट्रांजिस्टर एक तीव्र स्विचिंग डिवाइस है। 

Third Generation Computers (1964-1975) 

  • The Third generation computers used the integrated circuits (IC). 
  • The first IC was invented and used in 1961. 
  • The size of an IC is about 1/4 square inch. A single IC chip may contain thousands of transistors. 
  • SSI (Small Scale Integration) तथा बाद में MSI (Medium Scale Integration) का विकास हआ जिसमें एक इंटीग्रेटेड सर्किट चिप में सैकड़ों इलेक्ट्रानिक उपकरणों, जैसे ट्रांजिस्टर, प्रतिरोधक (Register) तथा संधारित्र (Capacitor) का निर्माण संभव हुआ।
  • The computer became smaller in size, faster, more reliable and less expensive, 
  • इनुपट तथा आउटपुट उपकरण के रूप में क्रमशः की बोर्ड तथा मॉनीटर का प्रयोग प्रचलित हुआ। 
  • मैग्नेटिक टेप तथा डिस्क के भंडारण क्षमता में वृद्धि हुई।
  • कम्प्यूटर का गणना समय नैनो सेकेण्ड (ns) में मापा जाने लगा। इससे कम्प्यूटर के कार्य क्षमता में तेजी आई।

(1ns = 10 -9  Sec) 

  • 1965 में डीइसी (DEC-Digital Equipment Corporation) द्वारा प्रथम व्यवसायिक मिनी कम्प्यूटर (Mini Computer) पीडीपी-8 (Programmed Data Processer-8) का विकास किया गया।
  • The examples of third generation computers are IBM 370, IBM System/360, UNIVAC 1108 and UNIVACAC 9000 etc.

 

integrated circuit (IC) 

  • sometimes called a chip or microchip, is a semiconductor Waferon which thousands or millions of tiny resistors, capacitors, and transistors are fabricated, 
  • 1958 में जैक किल्बी (Jack Kilby) तथा राबर्ट नोयी (Robert Noyce) द्वारा किया गया। 
  • सिलिकन की सतह पर बने इस प्रौद्योगिकी को माइक्रो इलेक्ट्रानिक्स (Micro Electronics) का नाम दिया गया। 
  • ये चिप अर्धचालक (Semiconductor) पदार्थ सिलिकन (Si) या जर्मेनियम (Ge) के बने होते हैं।                  

Advantages :

  • Smaller in size as compared to previous generations.
  • More reliable,
  • Used less energy.
  • Better speed and could calculate data in nanoseconds. Disadvantages : 
  • Air conditioning was required.
  • Highly sophisticated technology required for the manufacturing of IC chips.

Fourth Generation Computers (1975-Present) 

  • चौथी पीढ़ी के कम्प्यूटरों में माइक्रो प्रोसेसर का प्रयोग किया गया। 
  • The Microprocessor contains thousands of ICs.
  • माइक्रो प्रोसेसर का विकास एम ई हौफ ने 1971 में किया।
  • LSI (Large Scale Integration) तथा VLSI (Very Large Scale Integration) से माइक्रो प्रोसेसर की क्षमता में वृद्धि हुई। 
  • कम्प्यूटर का गणना समय पीको सेकेण्ड (Pico second – ps) में मापा जाने लगा। (1 ps = 10-12 Sec) 
  • It greatly reduced the size of the computer. The size of modern Microprocessors is usually one square inch.
  • It can contain millions of electronic circuits. 
  • चुम्बकीय डिस्क और टेप का स्थान अर्धचालक (Semiconductor) मेमोरी ने ले लिया। रैम (RAM) की क्षमता में वृद्धि से कार्य अत्यंत तीव्र हो गया। 
  • 1981 में आईबीएम (IBM-International Business Machine) कम्पनी ने माइक्रो कम्प्यूटर का विकास किया जिसे पीसी (PC-Personal Computers) कहा गया। 
  • साफ्टवेयर में ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI-Graphical User Interface) के विकास ने कम्प्यूटर के उपयोग को सरल बना दिया। 
  • आपरेटिंग सिस्टम में एम.एस. डॉस (MS-DOS), माइक्रोसाफ्ट विण्डोज (MS-Windows) तथा एप्पल ऑपरेटिंग सिस्टम (Apple OS) का विकास हुआ। 
  •  उच्च स्तरीय भाषा में ‘C’ भाषा का विकास हुआ जिसमें प्रोग्रामिंग सरल था। 
  • examples : Apple Macintosh & IBM PC. 

Advantages : 

  • More powerful and reliable than previous generations. 
  • Small in size 
  • Fast processing power with less power consumption 
  • Fan for heat discharging and thus to keep cold.
  • Cheapest among all generations 
  • All types of High level languages can be used in this type of computers 

Disadvantages : 

  • The latest technology is required for manufacturing of Microprocessors.

.

मूर के नियम (Moore’s Law) के अनुसार, प्रत्येक 18 माह में चिप में उपकरणों की संख्या दुगनी हो जाएगी। 

यूएलएसआई (ULSI) में एक चिप पर 1 करोड़ इलेक्ट्रानिक डिवाइस बनाये जा सकते हैं।

 

Fifth Generation Computers (Present & Beyond) 

  •  It is based on the technique of Artificial Intelligence (AI). 
  • कंप्यूटर मानव द्वारा बोले गए शब्दों को समझ सकते हैं और मानवीय तर्क की नकल कर सकते हैं
  • भंडारण के लिए आप्टिकल डिस्क (Optical Disc) जैसे-सीडी (CD), डीवीडी (DVD) या ब्लू रे डिस्क (Blu-ray Disc) का विकास हुआ जिनकी भंडारण क्षमता अत्यंत उच्च थी। 
  • मैगनेटिक बबल मेमोरी (Magnetic Bubble Memory) के प्रयोग से भंडारण क्षमता में वृद्धि हुई। 
  • IBM Watson कंप्यूटर एक उदाहरण है जो हार्वर्ड विश्वविद्यालय के छात्रों को मात देता है।

अगली पीढ़ी के कम्प्यूटर (Next Generation Computer)

नैनो कम्प्यूटर (Nano Computer) : 

  • नैनो ट्यूब्स जिनका व्यास 1 नैनो मीटर (1×10-9  मी.) तक हो सकता है, के प्रयोग से अत्यंत छोटे व विशाल क्षमता वाले कम्प्यूटर के विकास की परिकल्पना की गई है। 
  • नैनो टेक्नोलॉजी में पदार्थ की आण्विक संरचना (Atomic Structure) का उपयोग किया जाता है।

 

क्वांटम कम्प्यूटर (Quantum Computer) : 

  • विद्युतीय किरणों में ऊर्जा इलेक्ट्रान की उपस्थिति के कारण होती है। 
  • ये इलेक्ट्रान अपने कक्ष में तेजी से भ्रमण करते हैं। इस कारण इन्हें एक साथ 1 और 0 की स्थिति में गिना जा सकता है। 
  • इस क्षमता का इस्तेमाल कर मानव मस्तिष्क से भी तेज कार्य करने वाले छोटे और तीव्र गति वाले कम्प्यूटर के विकास का प्रयास चल रहा है।
  • इस प्रकार के कम्प्यूटर में पदार्थ के क्वांटम सिद्धांत का उपयोग किया जाता है। 
  • सामान्य कम्प्यूटर में मेमोरी को बिट में मापा जाता है जबकि क्वांटम कम्प्यूटर में इसे क्यूबिट (Qubit – Quantum Bit) में मापा जाता है।

 

डीएनए कम्प्यूटर (DNA Computer) : 

  • इसमें जैविक पदार्थ,जैसे DNA या प्रोटीन (Protein) का प्रयोग कर डाटा को संरक्षित व प्रोसेस किया जा सकता है। 
  • इसे Bio Computer भी कहा जाता है। 

केमिकल कम्प्यूटर (Chemical Computer) : 

  • इसमें गणना के लिए पदार्थ के रासायनिक गुणों व सांद्रता (Concentration) का उपयोग किया जा सकता है। 

 

TYPES OF COMPUTERS

  •  Computers can be classified according to the following types:

BASED ON WORK 

एनालॉग कम्प्यूटर (Analog Computer) 

  • समय के साथ लगातार परिवर्तित होने वाली भौतिक राशियों को एनालॉग राशि कहते हैं। जैसे—temperature, voltage, speed, आदि। 
  • एनालॉग कम्प्यूटर में डाटा का निरूपण लगातार परिवर्तित होने वाली राशि के रूप में होता है। 
  • एनालॉग कम्प्यूटर की गति अत्यंत धीमी होती है। 
  • एक साधारण घड़ी, वाहन का गति मीटर (Speedo meter), वोल्टमीटर, Ammeter  आदि एनालॉग कम्प्यूटिंग के उदाहरण हैं।

 

Digital 

  • ये इलेक्ट्रानिक संकेतों पर चलते हैं तथा गणना के लिए (Binary System– 0 या 1) का प्रयोग किया जाता है। 
  • डिजिटल कम्प्यूटर में डाटा का निरूपण बाइनरी रूप (0 या 1) में किया जाता है। 
  • इनकी गति तीव्र होती है। 
  • वर्तमान में प्रचलित अधिकांश कम्प्यूटर इसी प्रकार के हैं। इसमें आंकड़ों को इलेक्ट्रॉनिक पल्स के रूप में निरूपित किया जाता है।
  • Examples of digital computers are desktop, personal computers, workstations,tablet PC etc. 

 

Hybrid

  • mix of analog as well as digital computers
  • Hybrid computers are used for scientific calculations, in defence and systems.

 

BASED ON PURPOSE 

  • On the basis of purpose, computers are categorised as following

General Purpose 

  • These computers are designed to work on different types of applications. 
  • In these types of computers the programs are not stored permanently rather programs are input at the time of their execution. 
  • Personal computers, including desktops, notebooks, smartphones and tablets, are all examples of general-purpose computers. 

Special Purpose 

  • Special-Purpose computers are task specific computers and are designed to solve a particular problem. 
  • They are also known as dedicated computers, because these computers are dedicated to perform a single particular task repetitively. 
  • they are also used in 
    • traffic control system
    • video games 
    • navigational systems in an aircraft
    • weather forecasting 
    • satellite launch tracking
    • oil exploration
    • automotive industries
    • keeping time in a digital watch

 

BASED ON MEMORY SIZE AND PERFORMANCE 

  • Computers can be generally classified by size and power as follows – 
    • Micro Computer 
    • Minicomputer
    • Mainframe computer
    • Super computer

 

Micro Computer 

  • A microcomputer is a computer that uses a microprocessor as its central processing unit. 
  • इसका विकास 1970 से प्रारंभ हुआ जब सीपीयू (CPU-Central Processing Unit) में माइक्रो प्रोसेसर का उपयोग किया जाने लगा। 
  • इसका विकास सर्वप्रथम आईबीएम (IBM) कम्पनी ने किया। 
  • इसमें 8,16,32 या 64 बिट माइक्रो प्रोसेसर का प्रयोग किया जाता है।
  • VLSI-Very Lagre Scale Integration और ULSI-Ultra Large Scale Integration  से माइक्रो प्रोसेसर के आकार में कमी आई है जबकि क्षमता कई गुना बढ़ गयी है। 
  • डेस्कटॉप कम्प्यूटर, पर्सनल कम्प्यूटर, लैपटॉप कम्प्यूटर, नोटबुक कम्प्यूटर, नेटबुक कम्प्यूटर, टैबलेट तथा स्मार्टफोन माइक्रो कम्प्यूटर के ही विभिन्न रूप हैं।
  • कम्प्यूटर निर्माण उद्योग में अग्रणी होने के कारण बंग्लुरू ,सिलिकॉन वैली (Silicon Valley) के नाम से प्रसिद्ध है।

 

Minicomputer

  • ये आकार में मेनफ्रेम कम्प्यूटर से छोटे जबकि माइक्रो कम्प्यूटर से बड़े होते हैं। 
  • इसका आविष्कार 1965 में डीइसी (DEC-Digital Equipment Corporation) नामक कम्पनी ने किया। 
  • इसमें एक से अधिक माइक्रो प्रोसेसर का प्रयोग किया जाता है। 
  • इसकी संग्रहण क्षमता और गति अधिक होती है। 
  • इस पर कई व्यक्ति एक साथ काम कर सकते हैं (upto 200 users at the same time), अतः संसाधनों का साझा उपयोग होता है। 
  • उपयोग : यात्री आरक्षण, बड़े ऑफिस, कम्पनी, अनुसंधान आदि में। 
  •  E.g. : The various machines widely available are vax series 8200 and 8300, honeywell(xps-100), and others. 

 

इम्बेडेड कम्प्यूटर (Embedded Computer)

  • किसी उपकरण जैसे टेलीविजन, वाशिंग मशीन, माइक्रोवेव, कार आदि से जुड़ा छोटा कम्प्यूटर जिसे किसी विशेष कार्य के लिए तैयार किया जाता है, इम्बेडेड कम्प्यूटर कहलाता है। 
  • इम्बेडेड कम्प्यूटर एक माइक्रो प्रोसेसर या इंटिग्रेटेड चिप के रूप में होता है जो उस उपकरण के कार्य को सरल बनाता है। 

 

Mainframe

  • मेन फ्रेम कम्प्यूटर में मुख्य कम्प्यूटर एक केंद्रीय स्थान पर रखा जाता है जो सभी डाटा और अनुदेशों को स्टोर करता है। 
  • उपयोगकर्ता Dumb Terminal के माध्यम से मेन फ्रेम कम्प्यूटर से जुड़ता है तथा केंद्रीय डाटाबेस और प्रोसेसिंग क्षमता का उपयोग करता है।
  • मेन फ्रेम कम्प्यूटर आकार में काफी बड़े होते हैं। 
  • इनकी डाटा स्टोरेज क्षमता अधिक होती है तथा डाटा प्रोसेस करने की गति तीव्र होती है। 
  • मेनफ्रेम कम्प्यूटर से जुड़कर एक साथ कई लोग अलगअलग कार्य कर सकते हैं। अतः इसे मल्टी यूजर (Multi User) कम्प्यूटर कहा जाता है। 
  • मेनफ्रेम कम्प्यूटर में दो या अधिक माइक्रोप्रोसेसर को एक साथ जोड़कर प्रोसेसिंग क्षमता बढ़ायी जाती है।
  •  इनमें सामान्यतः 32 या 64 बिट माइक्रो प्रोसेसर का प्रयोग किया जाता है। 
  • मेनफ्रेम कम्प्यूटर में टाइम शेयरिंग (Time Sharing) तथा मल्टी प्रोग्रामिंग (Multi Programming) आपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग किया जाता है।
  • उपयोग : मेन फ्रेम कम्प्यूटर का उपयोग बड़ी कंपनियों, रेलवे आरक्षण, रक्षा, अनुसंधान, अंतरिक्ष विज्ञान आदि के क्षेत्र में किया जाता है।
  • Mainframe computers known as the “Big Iron” are computers that are used primarily by corporate governmental organizations. 

 

Supercomputer 

  • Supercomputer is a term used for one of the fastest computers that exist today. 
  • They are deployed for processing of highly critical data and immense amounts of mathematical calculations. 
    • E.g. :- Weather forecasting requires a supercomputer.

 

  • सुपर कम्प्यूटर का निर्माण उच्च क्षमता वाले हजारों प्रोसेसर को एक साथ समानान्तर क्रम में जोड़कर किया जाता है। 
  • इसमें मल्टी प्रोसेसिंग (Multi processing) और समानान्तर प्रोसेसिंग (Parallel processing) का उपयोग किया जाता है। 
  • समानान्तर प्रोसेसिंग में किसी कार्य को अलग-अलग टुकड़ों में तोड़कर उसे अलग-अलग प्रोसेसर द्वारा संपन्न कराया जाता है। 
  • सुपर कम्प्यूटर पर अनेक उपयोगकर्ता एक साथ काम कर सकते हैं, अतः इन्हें मल्टी यूजर (Multi User) कम्प्यूटर कहा जाता है।

 

  • सुपर कम्प्यूटर के प्रोसेसिंग स्पीड की गणना FLOPS (Floating Point Operations Per Second) में की जाती है। 
  • वर्तमान सुपर कम्प्यूटर की गति पेटा फ्लाप्स (Peta Flops) में मापी जा रही है। 

(1 Peta Flops = 1015 Flops).

 

  • विश्व के प्रथम सुपर कम्प्यूटर के निर्माण का श्रेय अमेरिका के क्रे रिसर्च कम्पनी (Cray Research Company) को जाता है जिसकी स्थापना Seymour Cray ने की थी। 
  • सुपर कम्प्यूटर के क्षेत्र में सर्वाधिक योगदान के लिए Seymour Cray को सुपर कम्प्यूटर का जन्मदाता (Father of Super Computer) कहा जाता है।

 

भारत में सुपर कम्प्यूटर (Super Computer in India)

  • भारत में ‘परम’ सीरीज के सुपर कम्प्यूटर का निर्माण सीडैक (C-DAC-Centre for Development ofAdvanced Computing), पुणे द्वारा किया गया है। 
  • ‘परम-8000′ सी-डैक द्वारा विकसित पहला सुपर कम्प्यूटर था जिसका निर्माण 1991 में किया गया था। 
  • इसके निर्माण का श्रेय सी-डैक के निदेशक डॉ. विजय भास्कर को जाता है। 
  • ‘परम पद्म’ सुपर कम्प्यूटर का निर्माण 2003 में किया गया । 
  • ‘परम युवा-II’ सुपर कम्प्यूटर का निर्माण 2013 में किया गया जो सी-डैक द्वारा विकसित सबसे तेज सुपर कम्प्यूटर है। इसकी गणना क्षमता 500 टेरा फ्लाप्स (T Flops) है। 
  • इस तरह के सुपर कम्प्यूटर विश्व के कुल पांच देशों—अमेरिका, जापान, चीन, इजराइल और भारत के पास ही उपलब्ध है।

 

  • ‘अनुपम’ सीरीज के सुपर कम्प्यूटर का विकास बार्क (BARCBhabha Atomic Research Centre) मुम्बई द्वारा किया गया है। 
  • पेस (PACE-Processor forAerodynamic Computation and Evaluation) सीरीज के सुपर कम्प्यूटर का निर्माण अनुराग (ANURAG-Advanced Numerical Research and Analysis Group) हैदराबाद द्वारा (DRDO) के लिए किया गया।
  • भारत के प्रथम सुपर कम्प्यूटर ‘फ्लोसाल्वर’ (Flosalver) का विकास नाल (NAL-National Aeronautical Lab), बंगलुरू द्वारा 1980 में किया गया था।
  • आईबीएम (IBM) के डीप ब्लू (Deep Blue) कम्प्यूटर ने शतरंज के विश्व चैंपियन गैरी कास्परोव को पराजित किया था। यह 1 सेकेण्ड में शतरंज की 20 करोड़ चालें सोच सकता है।

 

दुनिया का सबसे शक्तिशाली सुपरकंप्यूटर

  • जून 2020 से, जापानी फुगाकू(Fugaku) दुनिया का सबसे शक्तिशाली सुपरकंप्यूटर है, की कुल सुपरकंप्यूटिंग क्षमता 442.01 petaFlops है।

 

दुनिया का पहला सुपर कंप्यूटर

  • 1964 में अमेरिकी सीमोर क्रे (Seymour Cray) ने दुनिया का पहला सुपर कंप्यूटर CDC 6600 बनाया
  • ‘सुपर कंप्यूटर’ बनाने वाला दुनिया का पहला देश अमेरिका था

 

सबसे ज्यादा सुपर कंप्यूटर वाला देश

 

भारत के सबसे तेज सुपर कंप्यूटर

  • भारत के सबसे तेज सुपर कंप्यूटर परम सिद्धि (PARAM Siddhi) को विश्व के 500 शक्तिशाली सुपर कंप्यूटरों की सूची में 63 वां स्थान प्राप्त हुआ है।
  • परम सिद्धि (PARAM Siddhi) की कुल सुपरकंप्यूटिंग क्षमता 5.267 पेटाफ्लॉप्‍स है।

राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन

  • इसे राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (National Supercomputing Mission – NSM) के तहत विकसित किया गया है
  • 2015 में राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन की घोषणा की गई थी
  • NSM को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया जाता है, और C-DAC और IISc द्वारा कार्यान्वित किया जाता है।

PERSONAL COMPUTERS 

  • These computers are small and a relatively cheaper  In price, 
  • Personal Computers use the microprocessor technology as they enable manufacturers to put an entire CPU onto one chip. 
  • इसे डेस्कटॉप कम्प्यूटर (Desktop Computer) भी कहा जाता है। 
  • पीसी (PC – Personal Computer) वास्तव में माइक्रो कम्प्यूटर ही हैं। 
  • इसमें की-बोर्ड, मानीटर तथा सिस्टम यूनिट होते हैं। 
  • सिस्टम यूनिट में सीपीयू (CPU-Central Processing Unit), मेमोरी तथा अन्य हार्डवेयर होते हैं। 
  • इस पर एक बार में एक ही व्यक्ति (Single User) कार्य कर सकता है। इसी कारण, इसे पर्सनल कम्प्यूटर कहा जाता है।
  • इसका आपरेटिंग सिस्टम एक साथ कई कार्य करने की क्षमता वाला (Multitasking) होता है। 
  • पीसी को टेलीफोन और मॉडेम (Modem) की सहायता से आपस में या इंटरनेट से जोड़ा जा सकता है। 
  • कुछ प्रमुख पीसी निर्माता कम्पनी हैं
    • आईबीएम (IBM) 
    • लेनोवो (Lenovo)
    • एप्पल (Apple)
    • काम्पैक (Compaq)
    • जेनिथ (Zenith) 
    • एचसीएल (HCL)
    • एचपी (HP-Hewlett Packard)

 

  • पीसी का विकास 1981 में हुआ जिसमें माइक्रो प्रोसेसर 8088 का प्रयोग किया गया। 
  • इसमें हार्ड डिस्क ड्राइव लगाकर उसकी क्षमता बढ़ायी गयी तथा इसे पीसी-एक्स टी (PC-XT – Personal Computer-Extended Technology) नाम दिया गया।
  •  1984 में नये माइक्रो प्रोसेसर-80286 से बने पीसी को पीसी-एटी (PC-AT – Personal Computer-Advanced Technology) नाम दिया गया। वर्तमान पीढ़ी के सभी पर्सनल कम्प्यूटर को पीसी-एटी ही कहा जाता है।

 

Types of Personal Computers 

  • Personal computers can be classified on the basis of its size . 
  • There are two basic types of the traditional designs i.e 
    • the desktop models and
    •  tower models. 
  • There are several variations on these two basic types also.

Tower model  computer

  • This model of personal computer refers to a computer in which the power supply, motherboard, and other mass storage devices are stacked on top of each other in a cabinet.

                       

Desktop model computer

  • Desktop model means computer that are designed to fit comfortably on top of a desk, with the monitor sitting on top of the computer. Desktop model computers as compared to the tower model are broad and low, whereas tower model computers are narrow and tall.

                                     

वर्क स्टेशन (Work Station)

  • यह एक शक्तिशाली पी. सी. है जो अधिक प्रोसेसिंग क्षमता, विशाल भंडारण और बेहतर डिस्प्ले (Display) को ध्यान में रखकर बनाया जाता है। 
  • इस पर एक बार में एक ही व्यक्ति कार्य कर सकता है
  • उपयोग : वैज्ञानिक, इंजिनियरिंग, भवन निर्माण आदि क्षेत्रों में वास्तविक परिस्थितियों को उत्पन्न कर (Simulation) उनका अध्ययन करने के लिए।

 

नोटबुक कम्प्यूटर या लैपटॉप (Notebook Computer or Laptop)

  • यह नोटबुक के आकार का ऐसा कम्प्यूटर है जिसे ब्रीफकेस में रखकर कहीं भी ले जाया जा सकता है। 
  • इसका उपयोग गोद (Lap) पर रखकर किया जाता है, अतः इसे लैपटॉप कम्प्यूटर (Laptop Computer) भी कहते हैं।
  • लैपटॉप का विकास एडम आसबर्न (Adam Osborne) द्वारा 1981 में किया गया था। 
  • विद्युत के बगैर कार्य कर सकने के लिए इसमें चार्ज की जाने वाली बैटरी (Chargeable Battery) का प्रयोग किया जाता है। 
  • सामान्यतः, लैपटॉप में लीथियम आयन बैटरी (Lithium Ion Battery) का प्रयोग किया जाता है। 
  • वाई-फाई (WiFi) और ब्लूटूथ (Bluetooth) की सहायता से इसे इंटरनेट द्वारा भी जोड़ा जा सकता है। 

 

नेटबुक (Netbook)

  • यह नोटबुक या लैपटॉप कम्प्यूटर का लघु संस्करण है जिसे गतिमान अवस्था में वायरलेस नेटवर्क द्वारा इंटरनेट का उपयोग करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया जाता है। 
  • नेटबुक का आकार व वजन लैपटॉप कम्प्यूटर से छोटा होता है तथा प्रोसेसिंग और स्टोरेज क्षमता भी कम होती है।
  • Netbook शब्द की उत्पत्ति Internet तथा Notebook शब्द के मिलने से हुआ है। 

 

टैबलेट कम्प्यूटर (Tablet Computer)

  • टैबलेट एक छोटा कम्प्यूटर है जिसमें की-बोर्ड या माउस का प्रयोग नहीं होता। 
  • इसमें इनपुट के लिए स्टाइलस (Stylus), पेन या टच स्क्रीन (Touch Screen) तकनीक का प्रयोग होता है।
  •  टैबलेट में डाटा डालने के लिए Virtual या On Screen key board का प्रयोग किया जाता है। 
  • इसे वायरलेस नेटवर्क द्वारा इंटरनेट से भी जोड़ा जा सकता है। इसका प्रयोग स्मार्टफोन की तरह भी किया जा सकता है।
  • चूंकि टैबलेट कम्प्यूटर का प्रयोग हाथ में रखकर किया जाता है, अतः इसे Hand held computer भी कहा जाता है। 
  • Apple कंपनी का आईपैड (Pad) टैबलेट कम्प्यूटर का एक उदाहरण है।

 

Palmtop 

  • यह बहुत ही छोटा कम्प्यूटर है जिसे हाथ में रखकर कार्य किया जा सकता है। 
  • इसे मिनी लैपटॉप भी कहा जा सकता है। 
  • की-बोर्ड की जगह इसमें आवाज द्वारा इनुपट का कार्य लिया जाता है। 

                      

 

PDA (PDA-Personal Digital Assistant)

  • PDA’s have electronic pens rather than keyboards for inputs unlike laptop. 
  • They also incorporate handwriting recognition features, and voice recognition technologies i.e can also react to voice input. 
  • PDAs are also called palmtops, hand-held computers and pocket computers.

                                  

Smart phones 

  • Smart phones are cellular phones that function both as a phone and a small pc. 
  • इसमें डाटा इनपुट के लिए टच स्क्रीन तकनीक का प्रयोग किया जाता है।
  • स्मार्टफोन, टैबलेट तथा पीडीए हैंड हेल्ड डिवाइस (Hand Held Devices) कहलाता है। 
  •  Apple, Samsung, Sony are some manufacturers of smart phones.

 

Q.वह इलेक्ट्रानिक डिवाइस जो डाटा को स्वीकार करती है, डाटा प्रोसेस करती है तथा आउटपुट उत्पन्न करती है और परिणामों को भविष्य में प्रयोग के लिए स्टोर करती है, कहलाती है ? कम्प्यूटर

Q.आपके कम्प्यूटर का प्रत्येक घटक या तो  ? हार्डवेयर है या साफ्टवेयर

Q.कम्प्यूटर के बुनियादी कार्य हैं

  • डाटा को स्वीकार करना;

  • डाटा को सूचना में प्रोसेस करना; 

  • डाटा और सूचना को स्टोर करना; 

  • सूचना का विश्लेषण करना;

Q.इनपुट के कम्प्यूटर प्रोसेसिंग का परिणाम होता है ? आउटपुट

Q.कम्प्यूटर प्रोसेस का बुनियादी लक्ष्य है ? डाटा को सूचना में बदलना। 

Q.कम्प्यूटर डाटा एकत्र करते हैं, जिसका अर्थ है कि वे प्रयोक्ताओं को

  • डाटा इनपुट करने देते हैं।

Q.कम्प्यूटर का प्रमुख कार्य है 

  • डाटा या सूचना का विश्लेषण करना, 

  • उसे प्रोसेस करना तथा स्टोर करना

Q.अर्थपूर्ण ढंग से व्यवस्थित या प्रस्तुत किए गए डाटा को कहते है ? सूचना (Information)

Q.कम्प्यूटर डाटा को मैन्युपुलेट करता है जिसे कहते हैं ? प्रोसेसिंग

Q.कम्प्यूटर प्रोसेस द्वारा इन्फार्मेशन में परिवर्तित करता है ? डाटा को

डाटा कच्चे तथ्यों (Raw facts) का अर्थहीन निरुपण है जबकि सूचना (Information)  अर्थपूर्ण रूप से व्यवस्थित डाटा है।

वे डिवाइस कौन सी हैं जो कम्प्यूटर सिस्टम बनाती हैं और जिन्हें आप देख और छू सकते हैं  ? हार्डवेयर

Q.कम्प्यूटर के प्रयोग का लाभ यह है कि  कम्प्यूटर तेज गणना करते हैं और इनमें विशाल मात्रा में डाटा स्टोर किया जा सकता है।

Q.बैकिंग लेन-देन में ECS का अर्थ है –इलेक्ट्रॉनिक formeftat afda (Electronic Clearing Service)

Q. कम्प्यूटर की विशेषता नहीं है – सोचने की क्षमता

Q.कम्प्यूटर के संदर्भ में IT का पूरा रूप है ? Information Technology

Q.भारत का पहला कम्प्यूटर कहाँ स्थापित किया गया था – भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कलकत्ता

Q.देश का प्रथम कम्प्यूटर साक्षर जिला है ? मल्लपुरम (केरल)

Q.विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस मनाया जाता है ? 2 दिसंबर को 

Q.कम्प्यूटर साक्षरता का अर्थ है- कम्प्यूटर के कार्यक्षमता की जानकारी रखना 

Q.कम्प्यूटर उपयोगकर्ता जो कम्प्यूटर के विशेषज्ञ (Professional) नहीं हैं, कहलाते है ? इंड यूजर (End User)

Q.कम्प्यूटर तथा इंटरनेट का प्रयोग करने वाले तथा इससे वंचित लोगों के बीच का अंतर कहलाता है। डिजिटल डिवाइड (Digital Devide)

Q.कम्प्यूटर आंकड़ों (data) को परिवर्तित करता है ? सूचना (Information) में