जैन धर्म की स्थापना का श्रेय जैनियों के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव या आदिनाथ को जाता है, जिन्होंने छठी शताब्दी ई.पू. जैन आंदोलन का प्रवर्तन किया।
ऋषभदेव का संबंध किस वंश से था? इक्ष्वाकु वंश
ऋषभदेव का जन्म किस स्थान पर हुआ था? कुंडलपुर ; ऋषभदेव का जन्म चैत्र कृष्ण नवमी को अयोध्या में हुआ था और उनका निर्वाण माघ कृष्ण चतुर्दशी को कैलाशपर्वत पर हुआ था.
ऋषभदेव ने कितनी आयु तक तपस्या की थी? 1000 वर्ष
ऋषभदेव की माता का नाम क्या था? मरुदेवी
ऋषभदेव के पुत्र का नाम क्या था? भरत
ऋषभदेव के पिता का नाम क्या था? नाभिराज
ऋषभदेव से कौन सा प्रतीक चिह्न जुड़ा हुआ है? वृषभ (बैल)
जैन धर्म में ऋषभदेव कौन थे? 1वें तीर्थंकर
ऋषभदेव के 100 पुत्र और दो पुत्रियाँ थी। उनमें भरत चक्रवर्ती सबसे बड़े एवं प्रथम चक्रवर्ती सम्राट हुए जिनके नाम पर इस देश का नाम भारतवर्ष पड़ा।
दूसरे पुत्र बाहुबली भी एक महान राजा एवं कामदेव पद से बिभूषित थे।
भगवान ऋषभदेव जी की एक विशाल प्रतिमा भारत में गुजरात राज्य के भावनगर जिले में शत्रुंजय नामक स्थान पर है