भारत में निशानेबाजी खेलों का सर्वोच्च नियामक निकाय भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (NRAI) है, जिसकी स्थापना 17 अप्रैल 1951 को हुई थी।
ओलंपिक खेल में भारतीय निशानेबाज: पदक विजेता
राज्यवर्धन सिंह राठौड़– पुरुषों का डबल ट्रैप- रजत– एथेंस 2004
अभिनव बिंद्रा – पुरुषों का 10 मीटर एयर राइफल- स्वर्ण– बीजिंग 2008
गगन नारंग – पुरुषों का 10 मीटर एयर राइफल- कांस्य– लंदन 2012
विजय कुमार – पुरुषों का 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल- रजत– लंदन 2012
मनु भाकर– महिला 10 मीटर एयर पिस्टल- कांस्य– पेरिस 2024
मनु भाकर और सरबजीत सिंह– 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम- कांस्य– पेरिस 2024
स्वपनिल कुशाले– पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन- कांस्य– पेरिस 2024
तीरंदाजी
हरविंदर सिंह : पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज बन गए। उन्होंने पेरिस 2024 में पुरुषों की व्यक्तिगत रिकर्व ओपन तीरंदाजी प्रतियोगिता में जीत हासिल की।
तीरंदाजी पहली बार 1900/1988 के ओलंपिक खेलों में शामिल हुई थी।
FITA, जिसका नाम 2011 में विश्व तीरंदाजी रखा गया , प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है
जयंत तालुकदार ने 2006 में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था।
दीपिका कुमारी दुनिया की नंबर वन महिला तीरंदाज दीपिका 16 साल की उम्र में ही कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं
ओलंपिक
ओलंपिक खेलों की शुरुआत – 1896 में एथेंस (ग्रीस)
स्थापना – पियरे डी कुबर्टिन (Pierre de Coubertin) ने की।
हर 4 साल में आयोजित
प्रतीक चिन्ह (Logo) – पाँच रिंग्स (छल्ले)
पाँच छल्ले पाँच महाद्वीपों का प्रतीक हैं – एशिया, यूरोप, अफ्रीका, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया।