Microsoft Windows : SARKARI LIBRARY

 

  • माइक्रोसाफ्ट विण्डोज एकल उपयोगकर्ता (Single user) के लिए बनाया गया 32 बिट मल्टी टास्किंग आपरेटिंग साफ्टवेयर है।
  •  इसका प्रयोग मुख्यतः पीसी (Personal Computer) में किया जाता है। 
  • इस आपरेटिंग सिस्टम में हम एक साथ कई विंडो खोल सकते हैं तथा उनमें अलग-अलग कार्य सम्पादित कर सकते हैं। 
  • विण्डोज आपरेटिंग सिस्टम में कम्प्यूटर स्क्रीन पर आयताकार बॉक्स उपस्थित होता है जो सूचनाओं और प्रोग्राम को दर्शाता है। इस आयताकार बॉक्स को कम्प्यूटर में घुसने की खिड़की (Windows) नाम दिया गया है। 

 

विण्डोज का विकास

  • 1980 के दशक में जेरोक्स कारपोरेशन (Xerox Corporation) नामक कम्पनी द्वारा ग्राफिकल यूजर इंटरफेस पर आधारित जेरोक्स स्टार (Xerox Star) नामक कम्प्यूटर का विकास किया गया। 
  • परंतु ग्राफिकल यूजर इंटरफेस को लोकप्रियता एप्पल कम्प्यूटर द्वारा विकसित मैकिन्टोस (Macintosh) कम्प्यूटर द्वारा मिली। 
  • माइक्रोसाफ्ट ने अपना पहला ग्राफिकल यूजर इंटरफेस आपरेटिंग साफ्टवेयर Windows 1 वर्ष 1985 में जारी किया। 
  • कम्प्यूटर में किसी पुराने साफ्टवेयर या आपरेटिंग सिस्टम को नये संस्करण से बदलना अपग्रेड (Upgrade) कहलाता है।

Operating systems developed by Microsoft 

  • MS-DOS – Microsoft Disk Operating System August 1981 
    • Text पर आधारित Operating System
  • Windows 1.0 November 20, 1985
  • Windows 2.0 December 9, 1987
  • Windows 3.0 – वर्ष 1990 ई. 
  • Windows NT 3.1 – 4.0  July 27, 1993
  • Windows 95 – वर्ष 1995 ई. 
  • Windows 98. – वर्ष 1998 ई. 
  • Windows 2000 February 17, 2000
  • Windows ME – वर्ष 2000 ई. (ME=Millennium Edition) 
  • Windows XP – October 25, 2001 ई. (XP = Experience) 
  • Windows Vista – Nov 30, 2006 (corporate); Jan 30, 2007 (public) 
  • Windows 7 – वर्ष 2009 ई. 
  • Windows 8 – October 26, 2012
  • Windows 10- वर्ष 2015 ई.
  • Windows 11 October 5, 2021

 

विण्डोज शब्दावलियाँ

ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (Graphical User Interface-GUI) : 

  • यह कम्प्यूटर तथा उपयोगकर्ता के बीच तस्वीर, रेखाचित्र तथा आइकन (Picture, Graphics & Icons) के माध्यम से अंतर्संबंध (Interface) स्थापित करने की प्रक्रिया है। 
  • GUI में कमांड्स और इंस्ट्रक्शन्स का आइकन देखकर आसानी से समझा जा सकता है, अतः इसे User Friendly इंटरफेस कहते हैं। 
  • कम्प्यूटर पर उपस्थित आइकन को माउस द्वारा क्लिक कर वांछित निर्देश दिया जा सकता है। 

 

आइकन (Icon) : 

  • ग्राफिकल यूजर इंटरफेस में प्रोग्राम, प्रोग्रामों के समूह या आब्जेक्ट (Object) को दर्शाने के लिए छोटे छोटे तस्वीरों का प्रयोग किया जाता है जिन्हें आइकन कहते हैं। 
  • आइकन किसी प्रोग्राम, कमांड या इंस्ट्रक्शन्स का चित्रीय निरूपण (Graphical representation) है। 
  • ये आइकन प्रोग्राम के क्रियान्वयन के लिए शार्टकट (Short Cut) होते हैं, जिन्हें माउस द्वारा निर्देश देकर वांछित कार्य कराया जा सकता है। 
  • ये आइकन प्रोग्राम, फाइल या फोल्डर को दर्शाते हैं। 
  • आइकन के नीचे प्रोग्राम का नाम भी लिखा रहता है। 
  • इसमें निर्देश देने के लिए कमांड याद रखने या टाइप करने की आवश्यकता नहीं पड़ती। 

 

आब्जेक्ट (Object) : 

  • विंडोज साफ्टवेयर में किसी फाइल, फोल्डर या सूचना या प्रोग्राम को आब्जेक्ट का नाम दिया जाता है।

 

वाइल्ड कार्ड कैरेक्टर (Wild Card Character) : 

  • की-बोर्ड पर स्थित बटन, जो विकल्प के रूप में एक या अधिक कैरेक्टर को निरूपित करता है, वाइल्ड कार्ड कैरेक्टर कहलाता है।
  • जैसे— ? तथा * 

Question Marck (?) जहां एक कैरेक्टर को निरूपित करता है वहीं 

Asterisk (*)एक या अधिक कैरेक्टर को निरूपित करता है।

 

  • आइकन से संबंधित फाइल को खोलने के लिए 
    • माउस द्वारा दो बार लेफ्ट क्लिक (Double Click) 
    • या राइट क्लिक + ओपेन (Right Click + Open) 
    • या लेफ्ट क्लिक + इंटर (Left Click + Enter) करते हैं। 

 

सक्रिय विंडो (Active Window) : 

  • विंडो अप्लिकेशन साफ्टवेयर में कई विंडो एक साथ खोले जा सकते हैं, पर उनमें से कोई एक ही किसी एक समय में सक्रिय होता है, जिसे Active Window कहते हैं। 
  • उपयोगकर्ता कोई भी आदेश या निर्देश केवल Active Window को ही दे सकता है, हालांकि कम्प्यूटर द्वारा प्रोसेसिंग का कार्य सभी विंडो में चलता रहता है। 
  • जो विंडो एक्टिव होता है, उसका टाइटल बार गहरे रंग का होता है, जबकि अन्य विंडो का टाइटल बार हल्के रंग का होता है। 
  • टास्क बार पर बने आइकन या विंडो के किसी भाग में क्लिक कर विंडो को एक्टिव बनाया जा सकता है। 
  • Tab बटन के सहारे भी एक्टिव विंडो को बदला जा सकता है।

 

प्लग एण्ड प्ले (Plug and Play) : 

  • यह विंडोज साफ्टवेयर की एक विशेषता है। इसमें कम्प्यूटर किसी नए जोड़े गए हार्डवेयर की स्वतः पहचान (Detect) करता है तथा उसे उपयोग के लायक बनाता है। 
  • इससे नये हार्डवेयर लगाने पर कम्प्यूटर पुनः स्टार्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती।

 

डिफाल्ट (Default) : 

  • किसी भी साफ्टवेयर या प्रोग्राम में स्थित विकल्पों में से कोई एक विकल्प पूर्व निर्धारित होता है और स्वतः चुन लिया जाता है। इसे डिफाल्ट का नाम दिया जाता है। 
  • विकल्पों में से किसी अन्य विकल्प का चयनकर डिफाल्ट को बदला जा सकता है।

 

फाइल तथा फोल्डर (File and Folder) : 

  • द्वितीयक मेमोरी में संग्रहीत किए गए डाटा के समूह को फाइल कहते हैं। 
  • कम्प्यूटर में किसी प्रकार के डाटा को फाइल में ही संग्रहित किया जा सकता है। 
  • फाइलों को फोल्डर में रखकर मेमोरी में स्टोर किया जाता है। 
  • किसी फोल्डर में कई सब फोल्डर (Sub folder) या फाइल रखे जा सकते हैं। 
  • कम्प्यूटर में फाइल व फोल्डर को रखने की व्यवस्था फाइल मैनेजमेंट (File Management) कहलाती है।
  • फाइल तथा फोल्डर को आइकॉन (Icon) द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। आइकॉन के नीचे उस फाइल या फोल्डर का नाम भी लिखा रहता है।

फाइल नाम (File Name) : 

  • प्रत्येक फाइल को विशेष पहचान देने के लिए यूजर द्वारा फाइल को जो नाम दिया जाता है, उसे फाइल नेम कहा जाता है। 
  • विंडोज प्रोग्राम में फाइल नाम 255 कैरेक्टर तक हो सकता है जिसमें अंक, अक्षर तथा खाली स्थान हो सकते हैं, पर विशेष चिह्नों का प्रयोग नहीं किया जाता है।
  • फाइल नाम में दो भाग होते हैं। 
    • पहला भाग फाइल का नाम होता है जो उपयोगकर्ता द्वारा दिया जाता है। 
    • दूसरा भाग फाइल एक्सटेंशन (File Extension) कहलाता है जो फाइल के प्रकार पर निर्भर करता है तथा फाइल को Save करने पर कम्प्यूटर द्वारा स्वतः दिया जाता है।

Some common file extension names are

  • .exe – Excutable File 
  • .doc – Word Document File 
  • .dat – Data File 
  • .txt– Text File 
  • . hlp – Help File 
  • .xls – Microsoft Excel File 
  • .jpg – JPEG Graphics File 
  • .bas – Basic Program File 
  • .bak – Back-up Data File 
  • .Wav – Sound (wave) File 
  • .Html – Web Text Page 
  • .pdf – Portable Document Format
  • फाइल एक्सटेंशन नाम dot (.) के बाद दिया जाता है तथा तीन अक्षरों का होता है। यह फाइल के प्रकार (Type of files) की पहचान करता है।