उत्तराखंड
- राजधानी: देहरादून (गर्मी), गैरसैंण (शीतकालीन)
- स्थापना दिवस: 9 नवम्बर 2000
- उत्तराखंड (Uttarakhand) मुख्यमंत्री – श्री पुष्कर सिंह धामी
- राज्यपाल – लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह
- उत्तराखंड HC ,मुख्य न्यायाधीश – Ritu Bahri
- 13 Districts –
अल्मोड़ा
- यह कुमाऊँ क्षेत्र का एक प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र है।
- यहाँ प्रसिद्ध कसार देवी मंदिर स्थित है।
- गोमती नदी का उद्गम स्थल यहीं है।
- यह जिला अपने हस्तशिल्प और ऊन के काम के लिए प्रसिद्ध है।
बागेश्वर
- गोमती, सरयू और सरस्वती नदियों का संगम स्थल (बागनाथ)।
- प्रसिद्ध उत्तरायणी मेला यहाँ आयोजित किया जाता है।
- यह कुमाऊँ मंडल का सबसे छोटा जिला है।
चमोली
- यहाँ प्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम स्थित है।
- वैली ऑफ फ्लावर्स यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल यहीं है।
- हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा इसी जिले में स्थित है।
- भारत की सबसे ऊँची चोटी नंदा देवी यहीं स्थित है।
चंपावत
- यह कुमाऊँ का प्रवेश द्वार माना जाता है।
- प्रसिद्ध मैती घाट यहीं स्थित है।
- यहाँ से पूर्वोत्तर रेलवे की टनकपुर लाइन गुजरती है।
देहरादून
- उत्तराखंड की अंतरिम राजधानी।
- भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) यहीं स्थित है।
- फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (FRI) यहाँ स्थित है।
- प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर यहीं है।
हरिद्वार
- हिंदुओं के सात पवित्र तीर्थस्थलों (सप्तपुरी) में से एक।
- प्रसिद्ध कुंभ मेला और अर्ध कुंभ मेला यहाँ आयोजित होता है।
- गंगा नदी मैदानी इलाके में यहीं प्रवेश करती है।
- भारत की सबसे बड़ी चित्रलेखा इकाई यहीं स्थित है।
नैनीताल
- उत्तराखंड की न्यायिक राजधानी (उच्च न्यायालय)।
- प्रसिद्ध नैनी झील यहीं स्थित है।
- इसे ‘झीलों का शहर’ भी कहा जाता है।
- पूर्व में यह कुमाऊँ की ग्रीष्मकालीन राजधानी थी।
पौड़ी गढ़वाल
- इसे गढ़वाल का सांस्कृतिक केंद्र माना जाता है।
- कोटद्वार इस जिले का प्रमुख व्यापारिक केंद्र है।
- खतलिंग ग्लेशियर यहीं स्थित है।
पिथौरागढ़
- इसे ‘सोर घाटी’ के नाम से भी जाना जाता है।
- यहाँ पंचचूली पर्वत श्रृंखला स्थित है।
- प्रसिद्ध मुन्स्यारी हिल स्टेशन इसी जिले में है।
- यह तिब्बत और नेपाल की सीमा से लगा हुआ है।
रुद्रप्रयाग
- अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का संगम स्थल।
- प्रसिद्ध केदारनाथ धाम इसी जिले में स्थित है।
- त्रियुगीनारायण मंदिर यहीं स्थित है।
टिहरी गढ़वाल
- टिहरी बांध, एशिया की सबसे बड़ी मिट्टी का बांध यहीं है।
- यहाँ भागीरथी और भिलंगना नदियों का संगम है।
- प्रसिद्ध नरेंद्र नगर संगीत नाटक अकादमी यहीं है।
उधम सिंह नगर
- उत्तराखंड का सबसे अधिक जनसंख्या वाला जिला।
- यह राज्य का “धान का कटोरा” कहलाता है।
- भारत-नेपाल सीमा यहाँ से लगती है।
- प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान इसी जिले में है।
उत्तरकाशी
- इसे “देवताओं की भूमि” कहा जाता है।
- यहाँ गंगोत्री और यमुनोत्री धाम स्थित हैं।
- नेहरू पर्वतारोहण संस्थान यहीं स्थित है।
- भागीरथी नदी यहीं से निकलती है।
ऋषिकेश
- योग की विश्व राजधानी के रूप में प्रसिद्ध
- यहाँ प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला स्थित है
- अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन स्थल
- गंगा नदी के तट पर स्थित प्रमुख तीर्थ स्थल
रानीखेत
- कुमाऊँ रेजिमेंट का मुख्यालय
- प्रसिद्ध हिल स्टेशन और पर्यटन स्थल
- एशिया का सबसे बड़ा ओक का जंगल यहाँ स्थित
- उत्तराखंड का प्रमुख सेब उत्पादक क्षेत्र
कोटद्वार
- गढ़वाल मंडल का प्रवेश द्वार
- प्रसिद्ध कण्व आश्रम यहीं स्थित
- रामगंगा नदी के तट पर स्थित
- उत्तराखंड का प्रमुख औद्योगिक केंद्र
मुन्स्यारी
- पंचचूली पर्वत श्रृंखला का आधार शिविर
- हिमालयन स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध
- बर्फ से ढके पहाड़ों के लिए प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
- मिलम ग्लेशियर तक का प्रवेश द्वार
लैंसडाउन
- गढ़वाल राइफल्स का मुख्यालय
- ब्रिटिश कालीन हिल स्टेशन
- तिपरा झरना यहाँ का प्रमुख आकर्षण
- समुद्र तल से 1,700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित
मसूरी
- “क्वीन ऑफ हिल्स” के नाम से प्रसिद्ध
- लालटेन के नज़ारे के लिए मशहूर
- मसूरी के मल से देहरादून का सुंदर दृश्य दिखता है
- बिटन रिसॉर्ट यहाँ का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
जोशीमठ
- बद्रीनाथ धाम का शीतकालीन मुख्यालय
- आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित मठ
- अलकनंदा नदी के तट पर स्थित
- औली स्की रिसॉर्ट का आधार शिविर
ऊखीमठ
- केदारनाथ का शीतकालीन मुख्यालय
- मदमहेश्वर धाम का प्रवेश द्वार
- ओंकारेश्वर मंदिर के लिए प्रसिद्ध
- मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित
भीमताल
- भीमताल झील के लिए प्रसिद्ध
- नौकायन और मछली पकड़ने का आदर्श स्थल
- कुमाऊँ का प्रमुख पर्यटन स्थल
- विक्टोरिया डैम यहाँ का प्रमुख आकर्षण
सत्योली
- चकराता के पास स्थित छोटा हिल स्टेशन
- टिहरी झील के दर्शन के लिए प्रसिद्ध
- ट्रेकिंग और कैंपिंग का आदर्श स्थल
- शिवालिक पर्वतमाला की तलहटी में स्थित
चकराता
- भारतीय सेना का प्रशिक्षण केंद्र
- टाइगर फॉल के लिए प्रसिद्ध
- देहरादून से 98 किमी दूर स्थित
- वन्यजीव अभयारण्य के लिए प्रसिद्ध
द्वाराहाट
- कत्यूरी वंश की प्राचीन राजधानी
- प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध
- कोसी और गोमती नदी का संगम स्थल
- कुमाऊँ का सांस्कृतिक केंद्र
काठगोदाम
- उत्तराखंड का प्रमुख रेलवे जंक्शन
- कुमाऊँ मंडल का व्यापारिक केंद्र
- दिल्ली-लखनऊ रेलवे लाइन का अंतिम स्टेशन
- पर्यटकों के लिए प्रवेश द्वार
ऋषिकेश
- योग की विश्व राजधानी के रूप में प्रसिद्ध
- यहाँ प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला स्थित है
- अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन स्थल
- गंगा नदी के तट पर स्थित प्रमुख तीर्थ स्थल
गौचर
- प्रसिद्ध गौचर मेले के लिए जाना जाता है
- कुमाऊँ और गढ़वाल के बीच व्यापारिक केंद्र
- प्राचीन काल में व्यापार मार्ग का महत्वपूर्ण पड़ाव
- सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध
कौसानी
- “भारत का स्विट्जरलैंड” के नाम से प्रसिद्ध
- हिमालय के पनोरमिक दृश्य के लिए मशहूर
- महात्मा गांधी ने यहाँ ‘आनंद कुटीर’ में निवास किया
- सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए प्रसिद्ध
बिन्सर
- बिन्सर वन्यजीव अभयारण्य के लिए प्रसिद्ध
- हिमालय की 300 किमी लंबी पट्टी का दृश्य दिखता है
- बर्फ से ढके पहाड़ों का मनोरम दृश्य
- ट्रेकिंग और वन्यजीव देखने के लिए आदर्श स्थल
मुक्तेश्वर
- भारतीय पशु चिकित्सा शोध संस्थान स्थित
- अंग्रेजों द्वारा निर्मित प्रसिद्ध मुक्तेश्वर मंदिर
- समुद्र तल से 2,286 मीटर की ऊंचाई पर स्थित
- एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए प्रसिद्ध
लोहाघाट
- ऐतिहासिक महत्व का स्थान
- नेपाल सीमा के निकट स्थित
पाताल भुवनेश्वर
- प्रसिद्ध चूना पत्थर की गुफाएं
- हिंदू पौराणिक कथाओं से संबंधित
- प्राकृतिक शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध
जागेश्वर
- प्रसिद्ध जागेश्वर मंदिर समूह
- 124 प्राचीन मंदिरों का समूह
- कत्यूरी वंश की वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण
चौबट्टिया
- प्रसिद्ध चाय बागानों के लिए जाना जाता है
- फलों के बागों के लिए प्रसिद्ध
बैजनाथ
- प्रसिद्ध बैजनाथ मंदिर के लिए जाना जाता
- गोमती नदी के तट पर स्थित
कर्णप्रयाग
- अलकनंदा और पिंडर नदी का संगम स्थल
- पंच प्रयाग में से एक
- प्रसिद्ध उमा देवी मंदिर स्थित