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Khortha
खोरठा कोन परिवार के भासा हे?
- द्रविड़ परिवार
- ऑस्ट्रीक परिवार
- आर्य परिवार
- चीनी परिवार
‘दू डाइर जिरहुल फूल’ के प्रकाशक हे
- खोरठा विकास समिति भेंडरा
- खोरठा साहित्य संस्कृति परिषद् बोकारो
- खोरठा ढाकी छेतर कमिटि, कोठार रामगढ़
- खोरठा साहित्य संस्कृत परिषद् रामगढ़
सरहुल परब में कोन गाछ के पूजो हथ?
- आम गाछ
- पीपर गाछ
- सखुआ गाछ
- महुआ गाछ
भादो में जे झुमइर खेलल जाहे ओकर कहल जाहे
- गोलवारी झुमइर
- लुझरी
- डमकच
- भदरिया झुमहर
सोहराइ में जे गीत गावल जाहे ओकराँ कहल जाहे
- गोवार माँगा गीत
- डंडधरा गीत
- हराबदिया गीत
- किसानी गीत
सोहराइ परब में केकरा फखेवा खियवल जाहे?
- गाय-गोरू
- गाछ-बिरिछ
- कमिया-गोरखिया
- साध-संत
करम परब में सबले वेसी कोन फूल के महातम हे?
- गेंदा फूल
- हुरहुल फूल
- कांसी फूल
- कचनार फूल
गोलवारी खोरठा कहाँ बोलल जाहे?
- चतरा, हजारीबाग
- गोला, कसमार
- कर्णपूरा छेतर
- देवघर, दुमका
‘संतोख’ सिरसक कहनी के लिखवइया हल
- डॉ० पारसनाथ महतो
- शांति भारत
- प्रो० भुवनेश्वर साहु
- रामटहल ओहदार
डॉ. विनोद कुमार के लिखल कविताक नाम हे
- दोतइन-पतइ
- कोनटा बेस जुग
- आब धरबो लुआठी
- आफइत
प्रो०कुमारी शशि के लिखल कविताक नाम हे
- रूसल पुटुस
- डीठ
- के कह-हउ तोरा अबला
- दोतइन-पतइ
‘आब धरबो लुआठी’ सिरसक कबिता केकर लिखल हे?
- मो. सिराजुद्दीन सिराज
- रमणिका गुप्ता
- कृष्णचन्द्र दास आला
- अकलू राम महतो
‘लुआठी’ पतरिका के संपादक हथ
- डॉ. ए.के. झा
- डॉ. बी.एन. ओहदार
- डॉ. बिनोद कुमार
- गिरिधारी गोस्वामी आकाश खुंटी
‘दीपक’ केकर उपनाम हे?
- सुकुमार
- शांतिभारत
- प्रदीप कुमार
- दिनेश कुमार
झारखंड में कतना झारखण्डी भासा के पढ़ाई हेवे लागल हे?
सदानी परिवार में कई गो भासा हे?
‘कचराकुट’ महाबरा के अरथ हे
- कइस के मारा
- धोखा देके मारेक
- धका दिएक
- डाँग चलवेक
सूप उझला पानी के अरथ हे
- कम बरिसा हेवेक
- छिटफूट बरिसा हेवेक
- बिजली गिरेक
- खुब बरिसा हेवेक
व्यक्तिवाचक संज्ञा एकर में कोन हे?
बिरसा मुण्डा के जनम थान हे
- बेड़ो
- उलीहातु
- गुमला
- लोहरदगा
“चित्रा” केकर उपनाम हे?
- गोविन्द महतो ‘जंगली’
- भुवनेश्वर साहु
- चितरंजन महतो
- डॉ० चर्तुभूज साहु
“छिन लेलक सोनाक थारी’ सिरसक कबिता के कवि हथ
- सुकुमार
- प्रदीप कुमार दीपक
- जयबीर साहु
- कुमारी शशि
‘भीखमंगा’ सिरसक कबिताक कवि हथ
- कृष्णचन्द्र दास ‘आला’
- डॉ. बिनोद कुमार
- प्रो. दिनेश दिनमणि
- महेश गोलवार
शिवनाथ प्रमाणिक के लिखल लोक कथा के नाम हे
- चितरा रानी
- फूल बाबू
- फंटिगा पांड़े
- सात भाइ बहिन
जयबीर साहुजीक लिखल जीवनी के सिरसक हे
- तिलका मांझी
- रामनारायण सिंह
- शेख भिखारी
- बिरसा मुण्डा
अकलू राम महतोक लिखल कबिताक सिरसक हे
- संगे-संग
- जिबें जोदि सइ देस
- लउतन डहर
- हामर मनेक गुमाइर
खोरठा भासाक हाँसी -ठठाक कवि हथ
- बंशी-लाल वंशी
- रामशरण विश्वकर्मा
- सुकुमार
- फुतेश्वर करमाली
‘बाँवा हाँथ’ सिरसक कबिता के कवि हथ
- शिवनाथ प्रमाणिक
- श्री निवास पानुरी
- डॉ० ए०के०झा
- सुकुमार
‘दू डाइर जिरहुल फूल’ सिरसक किताब में कतना कबिता छपाइल हे?
‘दू डाइर जिरहुल फूल’ में कतना लोक कथा छपल हे?