Report a question What's wrong with this question?You cannot submit an empty report. Please add some details. 0% Earthquakes, Tsunamis and Volcanoes Quiz 1 / 321. ज्वालामुखी पर्वत माउंट सेंट हेलेन्स कहाँ स्थित है चिली, जापान, फिलीपींस, संयुक्त राष्ट्र अमरीका। 2 / 322. प्रसिद्ध ज्वालामुखी पर्वत, 'कराकाटोआ' निम्नलिखित में से किस देश में स्थित है ? U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2016 (a) इटली (b) इंडोनेशिया (c) संयुक्त राज्य अमेरिका (d) जापान वर्तमान में संसार का सर्वाधिक सक्रिय ज्वालामुखी किलायू (Kilauea) है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के हवाई द्वीप में स्थित है।प्रसिद्ध ज्वालामुखी पर्वत 'कराकाटोआ' इंडोनेशिया में स्थित है । 1883 ई. में कराकाटोआ का ज्वालामुखी विस्फोट भीषण विस्फोटों में से एक माना जाता है। 3 / 323. संसार का सर्वाधिक सक्रिय ज्वालामुखी है- U.P.P.C.S. (Pre) 2009 (a) कोटोपैक्सी (b) फ्यूजीयामा (c) किलायू (d) विसुवियस वर्तमान में संसार का सर्वाधिक सक्रिय ज्वालामुखी किलायू (Kilauea) है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के हवाई द्वीप में स्थित है। 4 / 324. स्ट्रॉम्बोली है, एक- M.P.P.C.S. (Pre) 2017 (a) प्रसुप्त ज्वालामुखी (b) जाग्रत ज्वालामुखी (c) निर्वापित ज्वालामुखी (d) उपर्युक्त में से कोई नहीं स्ट्राम्बोली ज्वालामुखी भूमध्य सागर में सिसली के उत्तर में लिपारी द्वीप पर अवस्थित एक सक्रिय ( जाग्रत) ज्वालामुखी है। इससे सदैव प्रज्ज्वलित गैसें निकलने तथा इसके फलस्वरूप आस-पास के क्षेत्र के प्रकाशवान रहने के कारण इसे 'भूमध्य सागर का प्रकाश स्तंभ' कहते हैं। 5 / 325. निम्नलिखित ज्वालामुखियों में से किसे 'भूमध्य सागर का प्रकाश स्तंभ' कहा जाता है ?U.P.P.C.S. (Mains) 2004 (a) एटना (b) पेली (c) स्ट्राम्बोली (d) विसुवियस स्ट्राम्बोली ज्वालामुखी भूमध्य सागर में सिसली के उत्तर में लिपारी द्वीप पर अवस्थित एक सक्रिय ( जाग्रत) ज्वालामुखी है। इससे सदैव प्रज्ज्वलित गैसें निकलने तथा इसके फलस्वरूप आस-पास के क्षेत्र के प्रकाशवान रहने के कारण इसे 'भूमध्य सागर का प्रकाश स्तंभ' कहते हैं। 6 / 326. किलिमंजारो (Kilimanjaro) है एक- 44th B.P.S.C. (Pre) 2000 (a) आग्नेयगिरि (Volcano) (b) द्वीप (c) शृंग (Peak) (d) नदी 'किलिमंजारो' तंजानिया में स्थित एक मृत ज्वालामुखी है। अकांकागुआ, दक्षिण अमेरिका महाद्वीप का उच्चतम पर्वत शिखर है। एटना (सिसली) एवं विसुवियस ( नेपल्स) दोनों इटली में स्थित सक्रिय ज्वालामुखी हैं। 7 / 327. अफ्रीका का सर्वोच्च पर्वत शिखर माउंट किलिमंजारो अवस्थित है- U.P.P.C.S. (Mains) 2009 (a) केन्या में (b) मलावी में (c) तंजानिया में (d) जाम्बिया में 'किलिमंजारो' तंजानिया में स्थित एक मृत ज्वालामुखी है। अकांकागुआ, दक्षिण अमेरिका महाद्वीप का उच्चतम पर्वत शिखर है। एटना (सिसली) एवं विसुवियस ( नेपल्स) दोनों इटली में स्थित सक्रिय ज्वालामुखी हैं। 8 / 328. निम्नलिखित में से कौन-से क्रियाशील ज्वालामुखी हैं ? U.P.P.C.S. (Mains) 2011 अकांकागुआ किलिमंजारो एटना विसुवियस नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- (a) 1 एवं 2 (b) 3 एवं 4 (c) 2 तथा 4 (d) 2, 3 एवं 4 'किलिमंजारो' तंजानिया में स्थित एक मृत ज्वालामुखी है। अकांकागुआ, दक्षिण अमेरिका महाद्वीप का उच्चतम पर्वत शिखर है। एटना (सिसली) एवं विसुवियस ( नेपल्स) दोनों इटली में स्थित सक्रिय ज्वालामुखी हैं। 9 / 329. निम्नलिखित में से कौन-सक्रिय ज्वालामुखी हैं ? U.P.P.C.S. (Mains) 2007 अकांकागुआ 2.कोटोपैक्सी एटना फ्यूजीयामा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- (a) 1 एवं 2 (b) 3 एवं 4 (c) 1, 2 एवं 3 (d) 2, 3 एवं 4 कोटोपैक्सी, एटना और फ्यूजीयामा सक्रिय ज्वालामुखी हैं। कोटोपैक्सी, दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के इक्वेडोर में, एटना भूमध्य सागर में सिसली के पूर्वी तट पर और फ्यूजीयामा जापान में अवस्थित है। अकांकागुआ ज्वालामुखीय मूल से संबंधित है परंतु यह स्वयं एक सक्रिय ज्वालामुखी नहीं है। 10 / 3210. 'मौना लोआ' उदाहरण है- 39th B.P.S.C. (Pre) 1994 (a) सक्रिय ज्वालामुखी का (b) प्रसुप्त ज्वालामुखी का (c) शांत ज्वालामुखी का (d) ज्वालामुखी क्षेत्र में पठार का मौना लोआ (Mauna Loa) हवाई द्वीप (सं.रा. अमेरिका) के लगभग आधे भाग पर विस्तृत है।मौना लोआ सक्रिय ज्वालामुखी का उदाहरण है। ज्वालामुखी उद्गार के समय भूगर्भ में स्थित तरल पदार्थ को मैग्मा कहते हैं। जब मैग्मा धरातल पर निस्सृत होता है, तो उसे लावा की संज्ञा दी जाती है। जब लावा पृथ्वी के अंदर काफी गहराई पर ही जम जाता है, तो प्लूटोनिक चट्टानों का निर्माण होता है। अधिक गहराई पर स्थित होने के कारण लावा को ठंडा होकर जमने में काफी समय लग जाता है, जिससे इसके रवे बड़े होते हैं।माउंट एटना (Mount Etna) ज्वालामुखी इटली के सिसली द्वीप पर स्थित है। इसकी सर्वोच्च ऊंचाई लगभग 3350 मीटर है। सिसली द्वीप के पूर्वी तट पर स्थित यह एक सक्रिय ज्वालामुखी है।माउंट पिनाटुबो (फिलीपींस) की ऊंचाई लगभग 1485 मीटर है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई लगभग 5895 मीटर है, तंजानिया में एक सुप्त ज्वालामुखी है।। माउंट कोटोपैक्सी (Ecuador.) की ऊंचाई लगभग 5911 मीटर है, ताल ज्वालामुखी फिलीपींस में स्थित है। इसकी ऊंचाई लगभग 311 मीटर है।माउंट सेंट हेलेंस (Mount St. Helens) सं.रा. अमेरिका में स्थित है। 11 / 3211. 'मौना लोआ' एक सक्रिय ज्वालामुखी है- U.P.P.C.S. (Pre) 2005 (a) चिली (b) जापान (c) फिलीपींस (d) हवाई , संयुक्त राज्य अमेरिका मौना लोआ (Mauna Loa) हवाई द्वीप (सं.रा. अमेरिका) के लगभग आधे भाग पर विस्तृत है।ज्वालामुखी उद्गार के समय भूगर्भ में स्थित तरल पदार्थ को मैग्मा कहते हैं। जब मैग्मा धरातल पर निस्सृत होता है, तो उसे लावा की संज्ञा दी जाती है। जब लावा पृथ्वी के अंदर काफी गहराई पर ही जम जाता है, तो प्लूटोनिक चट्टानों का निर्माण होता है। अधिक गहराई पर स्थित होने के कारण लावा को ठंडा होकर जमने में काफी समय लग जाता है, जिससे इसके रवे बड़े होते हैं।माउंट एटना (Mount Etna) ज्वालामुखी इटली के सिसली द्वीप पर स्थित है। इसकी सर्वोच्च ऊंचाई लगभग 3350 मीटर है। सिसली द्वीप के पूर्वी तट पर स्थित यह एक सक्रिय ज्वालामुखी है।माउंट पिनाटुबो (फिलीपींस) की ऊंचाई लगभग 1485 मीटर है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई लगभग 5895 मीटर है, तंजानिया में एक सुप्त ज्वालामुखी है।। माउंट कोटोपैक्सी (Ecuador.) की ऊंचाई लगभग 5911 मीटर है, ताल ज्वालामुखी फिलीपींस में स्थित है। इसकी ऊंचाई लगभग 311 मीटर है।माउंट सेंट हेलेंस (Mount St. Helens) सं.रा. अमेरिका में स्थित है। 12 / 3212. ज्वालामुखी पर्वत माउंट सेंट हेलेंस कहां स्थित है ? I.A.S. (Pre) 2005 (a) चिली (b) जापान (c) फिलीपींस (d) संयुक्त राज्य अमेरिका ज्वालामुखी उद्गार के समय भूगर्भ में स्थित तरल पदार्थ को मैग्मा कहते हैं। जब मैग्मा धरातल पर निस्सृत होता है, तो उसे लावा की संज्ञा दी जाती है। जब लावा पृथ्वी के अंदर काफी गहराई पर ही जम जाता है, तो प्लूटोनिक चट्टानों का निर्माण होता है। अधिक गहराई पर स्थित होने के कारण लावा को ठंडा होकर जमने में काफी समय लग जाता है, जिससे इसके रवे बड़े होते हैं।माउंट एटना (Mount Etna) ज्वालामुखी इटली के सिसली द्वीप पर स्थित है। इसकी सर्वोच्च ऊंचाई लगभग 3350 मीटर है। सिसली द्वीप के पूर्वी तट पर स्थित यह एक सक्रिय ज्वालामुखी है।माउंट पिनाटुबो (फिलीपींस) की ऊंचाई लगभग 1485 मीटर है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई लगभग 5895 मीटर है, तंजानिया में एक सुप्त ज्वालामुखी है।। माउंट कोटोपैक्सी (Ecuador.) की ऊंचाई लगभग 5911 मीटर है, ताल ज्वालामुखी फिलीपींस में स्थित है। इसकी ऊंचाई लगभग 311 मीटर है।माउंट सेंट हेलेंस (Mount St. Helens) सं.रा. अमेरिका में स्थित है। 13 / 3213. माउंट एटना है- 43rd B.P.S.C. (Pre) 1999 (a) एक पर्वत (b) एक पर्वत शिखर (c) एक ज्वालामुखी (d) एक पठार ज्वालामुखी उद्गार के समय भूगर्भ में स्थित तरल पदार्थ को मैग्मा कहते हैं। जब मैग्मा धरातल पर निस्सृत होता है, तो उसे लावा की संज्ञा दी जाती है। जब लावा पृथ्वी के अंदर काफी गहराई पर ही जम जाता है, तो प्लूटोनिक चट्टानों का निर्माण होता है। अधिक गहराई पर स्थित होने के कारण लावा को ठंडा होकर जमने में काफी समय लग जाता है, जिससे इसके रवे बड़े होते हैं।माउंट एटना (Mount Etna) ज्वालामुखी इटली के सिसली द्वीप पर स्थित है। इसकी सर्वोच्च ऊंचाई लगभग 3350 मीटर है। सिसली द्वीप के पूर्वी तट पर स्थित यह एक सक्रिय ज्वालामुखी है।माउंट पिनाटुबो (फिलीपींस) की ऊंचाई लगभग 1485 मीटर है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई लगभग 5895 मीटर है, तंजानिया में एक सुप्त ज्वालामुखी है।। माउंट कोटोपैक्सी (Ecuador.) की ऊंचाई लगभग 5911 मीटर है, ताल ज्वालामुखी फिलीपींस में स्थित है। इसकी ऊंचाई लगभग 311 मीटर है। 14 / 3214. ज्वालामुखीय उद्गार (Volcanic Eruptions) नहीं होते हैं- I.A.S. (Pre) 2001 (a) बाल्टिक सागर में (c) कैरीबियन सागर में (b) काला सागर में (d) कैस्पियन सागर में ज्वालामुखी उद्गार का संबंध अभिसरण और अपसरण क्षेत्र में प्लेट के किनारों से होता है। उपर्युक्त विकल्पों में बाल्टिक सागर को छोड़कर सभी सागर प्लेटों के किनारों से संबंधित हैं। अतः स्पष्ट है कि बाल्टिक सागर में ज्वालामुखीय उद्गार नहीं होते हैं। 15 / 3215. लावा के ठोस होने के फलस्वरूप पृथ्वी के अंदर निर्मित चट्टानों को कहते हैं-Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006 (a) प्लूटोनिक चट्टानें (b) वॉल्केनिक चट्टानें (c) रूपान्तरित चट्टानें (d) पर्तदार चट्टानें ज्वालामुखी उद्गार के समय भूगर्भ में स्थित तरल पदार्थ को मैग्मा कहते हैं। जब मैग्मा धरातल पर निस्सृत होता है, तो उसे लावा की संज्ञा दी जाती है। जब लावा पृथ्वी के अंदर काफी गहराई पर ही जम जाता है, तो प्लूटोनिक चट्टानों का निर्माण होता है। अधिक गहराई पर स्थित होने के कारण लावा को ठंडा होकर जमने में काफी समय लग जाता है, जिससे इसके रवे बड़े होते हैं।माउंट पिनाटुबो (फिलीपींस) की ऊंचाई लगभग 1485 मीटर है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई लगभग 5895 मीटर है, तंजानिया में एक सुप्त ज्वालामुखी है।। माउंट कोटोपैक्सी (Ecuador.) की ऊंचाई लगभग 5911 मीटर है, ताल ज्वालामुखी फिलीपींस में स्थित है। इसकी ऊंचाई लगभग 311 मीटर है। 16 / 3216. पृथ्वी के अंदर पिघले पदार्थ को कहते हैं- Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006 (a) लावा (b) बेसाल्ट (c) ऑब्सीडियन (d) उपर्युक्त में से कोई नहीं ज्वालामुखी उद्गार के समय भूगर्भ में स्थित तरल पदार्थ को मैग्मा कहते हैं। जब मैग्मा धरातल पर निस्सृत होता है, तो उसे लावा की संज्ञा दी जाती है।माउंट पिनाटुबो (फिलीपींस) की ऊंचाई लगभग 1485 मीटर है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई लगभग 5895 मीटर है, तंजानिया में एक सुप्त ज्वालामुखी है।। माउंट कोटोपैक्सी (Ecuador.) की ऊंचाई लगभग 5911 मीटर है, ताल ज्वालामुखी फिलीपींस में स्थित है। इसकी ऊंचाई लगभग 311 मीटर है। 17 / 3217. निम्नलिखित में से कौन विश्व का सबसे ऊंचा ज्वालामुखी पर्वत है ? U.P.P.C.S. (Pre) 2015 (a) माउंट पिनाटुबो (b) माउंट किलिमंजारो (c) माउंट ताल (d) माउंट कोटोपैक्सी माउंट पिनाटुबो (फिलीपींस) की ऊंचाई लगभग 1485 मीटर है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई लगभग 5895 मीटर है, तंजानिया में एक सुप्त ज्वालामुखी है।। माउंट कोटोपैक्सी (Ecuador.) की ऊंचाई लगभग 5911 मीटर है, ताल ज्वालामुखी फिलीपींस में स्थित है। इसकी ऊंचाई लगभग 311 मीटर है। 18 / 3218. ज्वालामुखी से सबसे अधिक कौन-सी गैस निकलती है ? Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013 (a) जलवाष्प (b) हीलियम (c) सल्फर डाइऑक्साइड (d) कार्बन डाइऑक्साइड ज्वालामुखी विस्फोट से निकलने वाली गैसों में 99 प्रतिशत जल वाष्प (H2O), कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), और सल्फ़र डाइऑक्साइड (SO2) होती हैं 19 / 3219. निम्न में से कौन एक मूल स्थल रूप है ? Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016 (a) ज्वालामुखी शंकु (b) अवशिष्ट पर्वत (c) मोनाडनॉक (d) अपरदनात्मक जलप्रपात ज्वालामुखी शंकु (Volcanic Cone) एक मूल स्थल रूप है। इसका निर्माण ज्वालामुखी विस्फोट के बाद छिद्र के आस-पास शंक्वाकार में लावा के जमाव के फलस्वरूप होता है, जबकि अवशिष्ट पर्वत अपने मूल रूप में पर्वत होते हैं, जो अपरदित होते हुए अवशिष्ट पर्वत के रूप में रह जाते हैं। इसी प्रकार अपरदनात्मक जलप्रपात भी अपरदन की देन है। मोनाडनॉक, चट्टानों के अपरदित भाग होते हैं। 20 / 3220. कोकोस प्लेट किनके मध्य पाई जाती है ? 63rd B.P.S.C. (Pre) 2017 (a) मध्य अमेरिका तथा प्रशांत प्लेट (b) दक्षिण अमेरिका तथा प्रशांत प्लेट (c) लाल सागर तथा फारस की खाड़ी (d) एशियाई प्लेट तथा प्रशांत प्लेट भूकम्प का सर्वप्रथम जहां उद्भव होता है, उसे 'भूकम्प मूल' कहते हैं तथा जहां पर भूकम्पीय तरंगों को सर्वप्रथम रिकॉर्ड किया जाता है, उसे अधिकेंद्र (Epicentre) कहते हैं ।कोकोस (COCOS) प्लेट मध्यवर्ती अमेरिका और प्रशांत महासागरीय प्लेट के बीच स्थित है। 21 / 3221. पृथ्वी की सतह का वह भाग, जिस पर भूकम्पीय तरंगों को सर्वप्रथम रिकॉर्ड किया जाता है, कहलाता है UP RO/ARO (Pre) 2017 (a) भूकम्प मूल (b) अधिकेंद्र (c) सीस्मोसाइट (d) उपर्युक्त में से कोई नहीं भूकम्प का सर्वप्रथम जहां उद्भव होता है, उसे 'भूकम्प मूल' कहते हैं तथा जहां पर भूकम्पीय तरंगों को सर्वप्रथम रिकॉर्ड किया जाता है, उसे अधिकेंद्र (Epicentre) कहते हैं । 22 / 3222. भारतीय उप महाद्वीप का उत्तर-पश्चिम प्रदेश भूकम्प ग्रहणशील है, जिसका कारण है- U.P.P.C.S. (Mains) 2005 (a) ज्वालामुखी क्रिया (b) प्लेट टेक्टॉनिक क्रिया (c) मूंगे बनने की क्रिया (d) उपर्युक्त सभी भारतीय उपमहाद्वीप का उत्तर-पश्चिम प्रदेश भूकम्प ग्रहणशील है, जिसका प्रमुख कारण प्लेटों के सीमांत पर इसकी अवस्थिति है। यह क्षेत्र भारतीय प्लेट एवं यूरेशियन प्लेट का अभिसरण क्षेत्र है। यहां ज्वालामुखी तथा मूंगे बनने जैसी कोई क्रिया नहीं होती। 23 / 3223. जापान के किस शहर ने हाल ही में विध्वंसकारी सुनामी एवं नाभिकीय विकिरण का सामना किया था ? Uttarakhand P. C. S. (Pre) 2010 (a) हिरोशिमा (b) टोक्यो (c) फुकुशीमा (d) कोबे 11 मार्च, 2011 को जापान में आए भीषण भूकम्प के फलस्वरूप उत्पन्न विध्वंसकारी सुनामी से फुकुशीमा शहर गहन रूप से प्रभावित हुआ था। इस त्रासदी में वहां स्थित परमाणु विद्युत संयंत्र भी क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिससे वहां नाभिकीय विकिरण भी उत्पन्न हो गया था । 24 / 3224. वर्ष 2004 के हिंद महासागरीय भूकम्प तथा उससे परिणामित सुनामी के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है ? 47th B.P.S.C. (Pre) 2005 (a) सुण्डा खाई में भारतीय प्लेट के बर्मी प्लेट से अधः गमन वाले क्षेत्र में लगभग 1,200 किमी. भ्रंश रेखा का 15 मीटर तक खिसकाव होने के कारण इस भूकम्प की उत्पत्ति हुई है। (b) परिणामी सुनामी ने इंडोनेशिया के तट से अफ्रीका के पूर्वी तट तक अधिकेंद्र से लगभग 8,500 किमी. की दूरी तक तटों पर घोर विध्वंस किया। (c) वर्तमान अनुमानों के अनुसार, भूकम्पजनित सुनामी ने समुद्र में डूब गई अनगिनत लाशों के अतिरिक्त 50 लाख से अधिक लोगों को मौत के घाट उतारा। (d ) बांग्लादेश में बहुत कम लोग हताहत हुए, क्योंकि भूकम्प प्रभावित भ्रंश रेखा की दिस्थिति लगभग उत्तर-दक्षिणी होने से सुनामी लहरों की प्रबलतम शक्ति पूर्व-पश्चिमी दिशा में थी । 26 दिसंबर, 2004 को हिंद महासागर स्थित इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के पश्चिमी भाग पर समुद्र के अंदर आए रिक्टर स्केल पर 9.1- 9.3 तीव्रता के भूकम्प से उत्पन्न सुनामी लहरों से लगभग 2 लाख लोगों की मृत्यु हुई। इस शक्तिशाली भूकम्प से 1,200 किमी. लंबी भ्रंश रेखा का 15 मीटर तक अधःक्षेपण हुआ। यह अधःक्षेपण बर्मी प्लेट के नीचे भारतीय प्लेट के खिसकने से हुआ। हिंद महासागर में उठी इन सुनामी लहरों से इंडोनेशिया से लेकर पूर्वी अफ्रीका तट तक प्रभाव देखे गए। अधिकेंद्र से लगभग 8000 किमी. की दूरी पर दक्षिण अफ्रीका में 8 व्यक्ति तथा सोमालिया में 300 से अधिक व्यक्ति मारे गए थे। इससे लगभग 11 देश प्रभावित थे। इन सुनामी लहरों से लगभग 2-3 लाख लोगों के मारे जाने की आशंका व्यक्त की गई न कि 50 लाख। भूकम्प प्रभावित भ्रंश रेखा की दिस्थिति लगभग उत्तर दक्षिण दिशा में थी, जिससे सुनामी लहरों की प्रबलतम शक्ति पूर्व-पश्चिम थे। दिशा में थी, परिणामतः बांग्लादेश में बहुत कम लोग हताहत हुए 25 / 3225. निम्नलिखित भाषाओं में 'सुनामी' शब्द किस भाषा से संबंधित है ? Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2005 (a) अरबी (b) जापानी (c) हिब्रू (d) लैटिन सुनामी (Tsunami) शब्द जापानी भाषा से संबंधित है। Tsu का अर्थ बंदरगाह (Harbour ) तथा Nami का अर्थ तरंग (Wave) होता है। सुनामी | | भूकम्प के फलस्वरूप समुद्र क्षेत्र में उठने वाली तरंगें हैं, जो ऊंची उठी। | लहरों के साथ तटीय क्षेत्रों को भारी हानि पहुंचा सकती हैं। 26 / 3226. सिस्मोमीटर मापता है- Uttarakhand Lower Sub. (Pre) 2010 (a) हृदय गति (b) पेड़ों की ऊंचाई (c) भूकम्प (d) उपर्युक्त में से कोई नहीं 'सिस्मोमीटर' (Seismometer) भूकम्प मापन हेतु प्रयुक्त होता है। यह सिस्मोग्राफ का आंतरिक भाग है। जबकि हृदय गति को 'कार्डियोग्राम' (Cardiogram) से तथा पेड़ों की वृद्धि को दर्शाने वाला यंत्र 'क्रेस्कोग्राफ' (Crescograph) है। 27 / 3227. रिक्टर पैमाने का उपयोग होता है, नापने के लिए- Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002 (a) भूकम्प की तीव्रता (c) अंतरिक्ष यान का वेग (b) समुद्र की गहराई (d) किसी भवन की ऊंचाई भूकम्प की तीव्रता का मापन मुख्यतः दो पैमानों पर किया जाता है- (1) रिक्टर स्केल और (2) मरकेली स्केल | अतः कथन (1) सही है। भूकम्प की तीव्रता विमुक्त ऊर्जा (Released Energy) की सूचक होती है। भूकम्पीय तरंग की तीव्रता से टीएनटी के 6 औंस के बराबर ऊर्जा विमुक्त होती है, जबकि 8 तीव्रता के भूकम्प से टीएनटी के 6 मिलियन टन के बराबर ऊर्जा विमुक्त होती है अर्थात रिक्टर स्केल पर अंकित 1-10 तक की संख्या को यदि देखा जाए तो प्रत्येक अंक 'भूकम्पमापी यंत्र' (Seis- mograph) पर 10 गुने आयाम को तथा 32 गुना ऊर्जा वृद्धि का निदर्शन करता है। 28 / 3228. भूकम्प के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए - I.A.S. (Pre) 2001 भूकम्प की तीव्रता को मरकेली स्केल पर नापा जाता है। भूकम्प का मैग्नीट्यूड विमुक्त ऊर्जा की माप है। भूकम्प के मैग्नीट्यूड भूकम्पी तरंगों के आयाम के सीधे मापनों पर आधारित हैं। रिक्टर स्केल में, हर पूर्णांक विमुक्त ऊर्जा के परिमाण में सौगुनी वृद्धि का निदर्शन करता है इन कथनों में से कौन-कौन से सही हैं ? (a) 1, 2 और 3 (b) 2, 3 और 4 (c) 1 और 4 (d) 1 और 3 भूकम्प की तीव्रता का मापन मुख्यतः दो पैमानों पर किया जाता है- (1) रिक्टर स्केल और (2) मरकेली स्केल | अतः कथन (1) सही है। भूकम्प की तीव्रता विमुक्त ऊर्जा (Released Energy) की सूचक होती है। भूकम्पीय तरंग की तीव्रता से टीएनटी के 6 औंस के बराबर ऊर्जा विमुक्त होती है, जबकि 8 तीव्रता के भूकम्प से टीएनटी के 6 मिलियन टन के बराबर ऊर्जा विमुक्त होती है अर्थात रिक्टर स्केल पर अंकित 1-10 तक की संख्या को यदि देखा जाए तो प्रत्येक अंक 'भूकम्पमापी यंत्र' (Seis- mograph) पर 10 गुने आयाम को तथा 32 गुना ऊर्जा वृद्धि का निदर्शन करता है। 29 / 3229. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- I.A.S. (Pre) 2006 रिक्टर स्केल एक लघुगणकीय (लॉगेरिथम) मापक्रम है तथा इसके फलस्वरूप परिमाण मात्रक में 1 की वृद्धि आयाम के लिए 10 के गुणक को निरूपित करती है। रिक्टर स्केल में प्रत्येक पूर्णांक पठन पर ऊर्जा पूर्ववर्ती पूर्णांक पठन की ऊर्जा के 100 गुना होती है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) दोनों 1 तथा 2 (d) न ही 1 तथा न ही 2 भूकम्पीय तीव्रता का मापन रिक्टर स्केल (Richter Scale) एवं मरकेली स्केल (Mercalli Scale) पर किया जाता है। रिक्टर स्केल का आविष्कार वर्ष 1935 में चार्ल्स एफ. रिक्टर ने किया था। रिक्टर तीव्रता लघुगणकीय पैमाने (Logarithmic Scale) पर आधारित होती है, जिसकी संख्या 1-10 के बीच अंकित होती है। प्रत्येक अंक सिस्मोग्राफ (Seismograph) पर 10 गुने आयाम (10 Times Amplitude) की वृद्धि को प्रदर्शित करता है, जबकि प्रत्येक अंक पर ऊर्जा 32 गुना मुक्त होती है। एक अंक तीव्रता की भूकम्पीय तरंग 6 औंस TNT (6 Ounces of TNT) ऊर्जा निर्मुक्त करती है। 30 / 3230. 'रिंग ऑफ फायर' संबद्ध है- U.P.P.C.S. (Pre) 2008 भूकम्प से प्रशांत महासागर से ज्वालामुखी से जंगल की आग से अपना उत्तर नीचे दिए गए कूट की सहायता से चुनिए- (a) 1, 2 और 3 (b) 2 और 3 (c) 2 और 4 (d) 1, 2, 3 और 4 'रिंग ऑफ फायर' प्रशांत महासागर क्षेत्र में भूकम्प तथा ज्वालामुखी से प्रायः प्रभावित परिक्षेत्र है। इस पेटी में संपूर्ण विश्व के लगभग 63 प्रतिशत भूकम्पों का अनुभव किया जाता है। यहां भूकम्प के लिए चार प्रमुख दशाएं सुलभ हैं- सागर तथा स्थल भागों के मिलन बिंदु नवीन मोड़दार पर्वतीय क्षेत्र ज्वालामुखी क्षेत्र विनाशी प्लेट सीमाओं का अपसरण इस क्षेत्र में चिली, कैलिफोर्निया, अलास्का, जापान, फिलीपींस, न्यूजीलैंड तथा मध्य महासागरीय भागों में भूकम्प के विस्तृत क्षेत्र आते हैं। 31 / 3231. 'भूकम्पीय छाया क्षेत्र' से संबंधित निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प को चुनिए : Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2020कथन I : एक भूकम्प का छाया क्षेत्र दूसरे भूकंप के छाया क्षेत्र से सर्वथा भिन्न होता है। कथन II : भूकम्पलेखी, भूकम्प - अधिकेंद्र से 105° के बाहर किसी भी दूरी पर 'P' एवं 'S' दोनों तरंगों का अभिलेखन करते हैं। (a) कथन I एवं कथन II दोनों ही सही हैं। (b) कथन I सही है, लेकिन कथन II गलत है। (c) कथन I गलत है, लेकिन कथन II सही है। (d) कथन I एवं कथन II दोनों ही गलत हैं। भूकम्पलेखी यंत्र पर दूरस्थ स्थानों से आने वाली भूकम्पीय तरंगें अभिलेखित होती हैं। हालांकि कुछ ऐसे भी क्षेत्र हैं, जहां कोई भी भूकम्पीय तरंग अभिलेखित नहीं होती। ऐसे क्षेत्र को भूकम्पीय छाया क्षेत्र कहते हैं। विभिन्न भूकम्पीय घटनाओं के अध्ययन से ज्ञात होता है कि एक भूकंप का छाया क्षेत्र दूसरे भूकम्प के छाया क्षेत्र से सर्वथा भिन्न होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि भूकम्प अधिकेंद्र से 105° और 145° के बीच का क्षेत्र 'P' और 'S' तरंगों के लिए छाया क्षेत्र है। 'S' तरंगों का छाया क्षेत्र 'P' तरंगों के छाया क्षेत्र से अधिक विस्तृत है। 32 / 3232. भूकम्प के समय किन तरंगों का उद्भव होता है ? Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2013 (a) बी.एस.एल. (b) ए.बी.एल. (c) आर. एस. एल. (d) पी. एस. एल. भूकम्प के दौरान तीन प्रकार की भूकम्पीय तरंगें उत्पन्न होती हैं- 'पी' (Primary), 'एस' (Secondary) 'एल' (Love or Surface Waves) तरंगें। Your score is Restart quiz Earthquakes, Tsunamis and Volcanoes QuizPost published:June 17, 2025