PYQ

Q. निम्नांकित में से कौन भारत में गरीबी रेखा का निर्धारण करता है ? [UPPCS 2018]

  • केंद्रीय मंत्रिमण्डल
  • लोक सभा
  • राज्य सभा
  • नीति आयोग

Q. भारत के किस राज्य में गरीबों का प्रतिशत सबसे अधिक है ?

  • बिहार
  • छत्तीसगढ़
  • ओडिशा
  • झारखंड

Q.अल्पविकसित देशों में गरीबी का मुख्य कारण है [SSC 2010]

  • स्वैच्छिक निष्क्रियता
  • आय में असमानता
  • सांस्कृतिक गतिविधियों का अभाव
  • लोगों में बुद्धि का अभाव

Q.भारत में निर्धनता के स्तर का आकलन किया जाता है  [UPPCS 2012]

  • विभिन्न राज्यों मे प्रति व्यक्ति आय के आधार पर
  • परिवार की औसत आय के आधार पर
  • परिवार के उपभोग व्यय के आधार पर
  • देश की मलिन बस्तियों की जनसंख्या के आधार पर

Q. मुख्यतः गरीबी उन्मूलन हेतु निम्नलिखित में से किस प्रधानमंत्री ने मूल रूप से ‘बीस सूत्री कार्यक्रम’ प्रारम्भ किया था ? [UPPCS 2017]

  • जवाहरलाल नेहरू
  • लालबहादुर शास्त्री
  • विश्वनाथ प्रताप सिंह
  • इन्दिरा गाँधी

Q. निम्नलिखित में से किस राज्य को अत्यधिक कुपोषण के कारण ‘भारत का इथियोपिया’ कहा जाता है ? [UPPCS 2010]

  • बिहार
  • मध्य प्रदेश
  • झारखण्ड
  • ओडिशा

Q. निम्नलिखित में से कौन-सा एक सूचकांक भारत में गरीबी की तीव्रता की माप के लिए सबसे उपयुक्त है?  [UPPCS 2015]

  • मानव विकास सूचकांक
  • लिंग असमानता सूचकांक
  • मानव गरीबी सूचकांक
  • बहुआयामी गरीबी सूचकांक

Q. निम्नलिखित में से कौन-सा कार्यक्रम ग्रामीण भारत में गरीबी दूर करने हेतु था ? [UPPCS 2010]

  • IRDP
  • TRYSEM
  • NREP
  • इनमें सभी

Q. कथन (A) : भारत में नगरीय गरीबी की जड़ें ग्रामीण क्षेत्रों में निहित है। [UPPCS 2010]
कारण (R) : ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर नीचा है।
नीचे दिये गये कूट से सही उत्तर चुनिए

  • A और R दोनों सही है तथा R,A की सही व्याख्या करता है
  • A और R दोनों सही है परन्तु R,A की सही व्याख्या नहीं करता है
  • A सही है, परन्तु R गलत है
  • A गलत है, परन्तु R सही है

Q. ‘अन्त्योदय कार्यक्रम’ का उद्देश्य था

  • शहरी गरीबी दूर करना
  • अल्पसंख्यक को उन्नत करना
  • अनुसूचित जातियों के जीवन स्तर में सुधार करना
  • गरीबों में सबसे अधिक गरीब की मदद करना

Q. ‘कुटीर ज्योति योजना’ सम्बन्धित है

  • ग्रामीण क्षेत्रों में कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन देने से
  • ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करने से
  • ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को विद्युत् सुविधा उपलब्ध कराने से
  • उपर्युक्त सभी

मानक जनगणना परिभाषा के अनुसार, निम्नलिखित में से किसे भारत में मुख्य कामगार के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है?

  • वह व्यक्ति जो कम से कम 160 दिन काम करता है।
  • वह व्यक्ति जो कम से कम 200 दिन काम करता है।
  • वह व्यक्ति जो कम से कम 183 दिन काम करता है।
  • वह व्यक्ति जो कम से कम 100 दिन काम करता है।

शहरी क्षेत्रों में इनमें से प्रायः किस प्रकार की बेरोजगारी पाई जाती है?

  • चक्रीय बेरोजगारी
  • मौसमी बेरोजगारी
  • खुली बेरोजगारी
  • शिक्षित बेरोजगारी

2011-12 के लिए राष्ट्रीय गरीबी रेखा का प्राक्कलन, भारत के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रति व्यक्ति प्रति माह पर किया गया था।

  • ₹816
  • ₹900
  • ₹760
  • ₹1206

भारत में बेरोजगारी से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

  • (a)मौसमी बेरोजगारी मुख्यतः शहरी क्षेत्रों में पायी जाती है।
  • (b)शिक्षित बेरोजगार लोग मुख्य रूप से भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
  • (c)ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बेरोजगारी को कम करने के लिए उच्च फसल सघनता वांछनीय है।
  • दिए गए कथनों में से कौन-सा/से कथन सही हैं/ हैं?
  • केवल (a)
  • केवल (a) और (b)
  • केवल (c)
  • केवल (b) और (c)

नीति आयोग द्वारा तैयार किए गए और नवंबर 2021 में जारी किए गए पहले बहुआयामी गरीबी (MPI) के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन-सा राज्य सबसे गरीब राज्य के रूप में उभरा?

  • उत्तर प्रदेश
  • बिहार
  • मिजोरम
  • मध्य प्रदेश

वर्ष 2021 में नीति आयोग द्वारा प्रकाशित राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक बेसलाइन रिपोर्ट के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में रहने वाली आबादी में से कितने प्रतिशत लोग गरीब हैं?

  • 10 32%
  • 5%
  • 8.81%
  • 21.09%

राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक 2021 (MPI) निम्नलिखित में से किसके द्वारा जारी किया गया था?

  • नीति आयोग
  • वित्त आयोग
  • विश्व बैंक
  • सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय

भारत में कर्मचारियों हेतु महँगाई भत्ता तय करने का आधार__________ है।

  • राष्ट्रीय आय
  • उपभोक्ता मूल्य सूचकांक
  • रहन-सहन का स्तर
  • मुद्रास्फीति की दर

भारत में छिपी बेरोजगारी मुख्य रूप से किस क्षेत्र में है? SSC CGL

  • कृषि क्षेत्र
  • ग्रामीण क्षेत्र
  • फैक्टरी क्षेत्र
  • शहरी क्षेत्र

लोरेन्ज वक्र क्या दर्शाता है? SSC CGL

  • मुद्रास्फीति
  • बेरोज़गारी
  • आय वितरण
  • गरीबी

उस ग्राफ को क्या नाम दिया गया है जो दो वस्तुओं के उन सभी संयोजनों को दर्शाता है जिसे एक उपभोक्ता किसी बाजार मूल्य पर और आर्थिक दृष्टि से आय के विशेष आय स्तर के भीतर खर्च कर सकते है? SSC CGL

  • सम लागत रेखा
  • आपूर्ति वक्र
  • बजट रेखा
  • मांग वक्र

जब स्थानापत्र उत्पादों की कीमत में वृद्धि होती है तो माँग वक्र रेखा में क्या परिवर्तन होगा? SSC CGL

  • बाहर की ओर खिसकेगी
  • शुरू में अंदर की ओर तथा एक अवधि के बाद बाहर की ओर खिसकेगी
  • अंदर की ओर खिसकेगी
  • स्थिर रहेगी

mixed

भारत में गरीबी रेखा निर्धारित करने के लिए किसका उपयोग किया जाता है?

  • केवल मासिक प्रति व्यक्ति आय
  • केवल कैलोरी सेवन
  • मासिक प्रति व्यक्ति उपभोक्ता व्यय
  • पारिवारिक संपत्ति

व्याख्या:

  • मासिक प्रति व्यक्ति उपभोक्ता व्यय (MPCE) वर्तमान में NSSO सर्वेक्षणों के आधार पर गरीबी का आकलन करने का प्रमुख मानदंड है।
  • पहले कैलोरी सेवन मुख्य आधार था, लेकिन अब इसे छोड़ दिया गया है।
  • यह आय के बजाय खर्च पर केंद्रित है, जिसे मापना आसान है।
  • यह विभिन्न सामाजिक-आर्थिक समूहों के बीच तुलना की अनुमति देता है।

निम्नलिखित में से कौन सा गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम नहीं है?

  • मनरेगा (MGNREGA)
  • प्रधानमंत्री आवास योजना
  • प्रधानमंत्री जन धन योजना
  • राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन

व्याख्या:

  • प्रधानमंत्री जन धन योजना एक वित्तीय समावेशन कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच बढ़ाना है, न कि सीधे गरीबी उन्मूलन।
  • मनरेगा रोजगार गारंटी प्रदान करता है।
  • PM आवास योजना आवास प्रदान करती है।
  • राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ग्रामीण गरीबों की आजीविका बढ़ाने पर केंद्रित है।

गरीबी का चक्र (Cycle of Poverty) किससे संबंधित है?

  • केवल निम्न आय
  • विभिन्न कारकों का आपसी संबंध जो गरीबी को बनाए रखते हैं
  • शहरी गरीबी
  • ग्रामीण बेरोजगारी

व्याख्या:

  • गरीबी का चक्र एक ऐसी स्थिति है जहाँ गरीबी स्वयं को पीढ़ी-दर-पीढ़ी बनाए रखती है।
  • इसमें निम्न आय → निम्न बचत → निम्न निवेश → निम्न उत्पादकता → निम्न आय जैसे कारक शामिल हैं।
  • इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा और पोषण की कमी जैसे सामाजिक कारक भी शामिल हैं।
  • इस चक्र को तोड़ने के लिए बाहरी हस्तक्षेप (जैसे सरकारी योजनाएं) आवश्यक हैं।

बहुआयामी गरीबी सूचकांक (MPI) किसके द्वारा विकसित किया गया था?

  • विश्व बैंक
  • अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)
  • संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP)
  • भारत सरकार

व्याख्या:

  • बहुआयामी गरीबी सूचकांक (MPI) UNDP और ऑक्सफोर्ड गरीबी एवं मानव विकास पहल (OPHI) द्वारा विकसित किया गया था।
  • यह केवल आय पर आधारित गरीबी के पारंपरिक माप से आगे जाता है।
  • MPI स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन स्तर जैसे 10 संकेतकों पर गरीबी को मापता है।
  • यह गरीबी की जटिल और परस्पर जुड़ी प्रकृति पर प्रकाश डालता है।

भारत में गरीबी का अनुमान लगाने वाला पहला आयोग कौन सा था?

  • लकड़वाला समिति
  • वी. एन. राव समिति
  • तेन्दुलकर समिति
  • रंगराजन समिति

व्याख्या:

  • वी. एन. राव समिति (1962) भारत में गरीबी का अनुमान लगाने के लिए गठित पहला आधिकारिक निकाय था।
  • इसने कैलोरी आवश्यकता के आधार पर गरीबी रेखा तय की।
  • लकड़वाला समिति (1993) ने राज्य-विशिष्ध गरीबी रेखा की सिफारिश की।
  • तेन्दुलकर (2009) और रंगराजन (2014) समितियाँ हाल के दृष्टिकोणों के साथ और अधिक व्यापक थीं।

गरीबी के ‘सिर काउंट अनुपात’ (Head Count Ratio) से क्या तात्पर्य है?

  • गरीबों की कुल संख्या
  • गरीबी रेखा से नीचे के लोगों की आय का स्तर
  • गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों का जनसंख्या में अनुपात
  • गरीबी की गहराई

व्याख्या:

  • सिर काउंट अनुपात (HCR) गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों का प्रतिशत है।
  • यह गरीबी का सबसे बुनियादी माप है।
  • हालाँकि, यह गरीबी की तीव्रता (कितने गहरे तक गरीब हैं) या असमानता among the poor पर विचार नहीं करता है।
  • गरीबी गैप अनुपात और वर्गीकृत गरीबी गैप अनुपात जैसे अन्य उपाय इन सीमाओं को दूर करने का प्रयास करते हैं।

निम्नलिखित में से कौन सा गरीबी का एक प्रमुख कारण नहीं है?

  • निरक्षरता
  • बेरोजगारी और अल्परोजगार
  • जनसंख्या वृद्धि
  • उच्च बचत दर

व्याख्या:

  • उच्च बचत दर वास्तव में आर्थिक विकास के लिए एक सकारात्मक संकेतक है, न कि गरीबी का एक कारण।
  • निरक्षरता कौशल विकास और रोजगार के अवसरों को सीमित करती है।
  • बेरोजगारी और अल्परोजगार सीधे आय के नुकसान की ओर ले जाते हैं।
  • तेजी से जनसंख्या वृद्धि संसाधनों पर दबाव डालती है और प्रति व्यक्ति आय को कम करती है।

‘गरीबी की गहराई’ (Depth of Poverty) शब्द किससे संबंधित है?

  • गरीबों की भौगोलिक सांद्रता
  • गरीबी रेखा से नीचे के लोगों की औसत आय की कमी
  • गरीबी की अवधि
  • गरीबी के कारणों की संख्या

व्याख्या:

  • गरीबी की गहराई (Poverty Gap) गरीबी रेखा तक पहुँचने के लिए आवश्यक औसत धनराशि को मापती है।
  • यह दर्शाता है कि गरीबी रेखा से नीचे के लोग औसतन कितने “गरीब” हैं।
  • यह HCR की तुलना में गरीबी की तीव्रता का एक बेहतर संकेतक है।
  • एक उच्च गरीबी गैप इंगित करता है कि गरीब आबादी गरीबी रेखा से बहुत नीचे है।

निम्नलिखित में से किस राज्य/केंद्र शासित प्रदेश में भारत में सबसे कम बहुआयामी गरीबी है (NITI Aayog, 2023)?

  • बिहार
  • झारखंड
  • केरल
  • उत्तर प्रदेश

व्याख्या:

  • NITI Aayog के बहुआयामी गरीबी सूचकांक (2023) के अनुसार, केरल में भारत में सबसे कम MPI (0.71%) है।
  • यह उच्च साक्षरता दर, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और जीवन स्तर के कारण है।
  • बिहार (51.91%), झारखंड (42.16%) और उत्तर प्रदेश (22.93%) में MPI सबसे अधिक है।
  • यह राज्यों के बीच विकास के असमान स्तर को उजागर करता है।

निम्नलिखित में से कौन सी योजना सीधे तौर पर खाद्य सुरक्षा से जुड़ी है और गरीबी उन्मूलन में मदद करती है?

  • प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
  • प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना
  • राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA)
  • प्रधानमंत्री मुद्रा योजना

व्याख्या:

  • राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) 2013 लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली (TPDS) के माध्यम से खाद्यान्न की heavily subsidized prices पर आपूर्ति सुनिश्चित करता है।
  • यह गरीब परिवारों की खाद्य बजट में बचत करके उनकी क्रय शक्ति को बढ़ाता है।
  • यह पोषण सुरक्षा प्रदान करता है और भुखमरी को कम करता है।
  • अन्य योजनाएँ ऊर्जा सुरक्षा, वित्तीय सुरक्षा या रोजगार सृजन से संबंधित हैं।

गरीबी उन्मूलन के लिए ‘अंतिम छोर तक पहुँच’ (Last Mile Reach) शब्द का क्या अर्थ है?

  • ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण
  • लाभार्थियों तक लाभ पहुँचाने में अंतिम बाधाओं को दूर करना
  • दूरदराज के गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी
  • अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं तक पहुँचना

व्याख्या:

  • ‘अंतिम छोर तक पहुँच’ का अर्थ है यह सुनिश्चित करना कि सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ समाज के सबसे दूरस्थ और वंचित वर्गों तक पहुँचे।
  • यह लीकेज, भ्रष्टाचार और अक्षमता की अंतिम बाधाओं को दूर करने के बारे में है।
  • डिजिटल भुगतान, आधार-सीडिंग, और प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) जैसी तकनीकें इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करती हैं।
  • यह गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।

किस पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य ‘गरीबी उन्मूलन’ था?

  • दूसरी पंचवर्षीय योजना
  • तीसरी पंचवर्षीय योजना
  • पाँचवीं पंचवर्षीय योजना
  • आठवीं पंचवर्षीय योजना

व्याख्या:

  • पाँचवीं पंचवर्षीय योजना (1974-79) का मुख्य ध्यान “गरीबी उन्मूलन” और “स्वावलंबन” पर था।
  • इसने गरीबी को दूर करने के लिए कृषि उत्पादन और रोजगार बढ़ाने पर जोर दिया।
  • इस अवधि के दौरान गरीबी हटाओ का नारा लोकप्रिय हुआ।
  • योजना को समय से पहले ही समाप्त कर दिया गया था और नई कांग्रेस सरकार द्वारा इसे रोलिंग प्लान से बदल दिया गया था।

गरीबी के आकलन के लिए ‘तेन्दुलकर समिति’ ने किस आधार को अपनाया?

  • केवल कैलोरी intake (2400/2100)
  • नई कैलोरी intake + शिक्षा, स्वास्थ्य पर व्यय
  • केवल शहरी गरीबी
  • केवल ग्रामीण गरीबी

व्याख्या:

  • तेन्दुलकर समिति (2009) ने गरीबी की गणना के लिए एक नया दृष्टिकोण अपनाया।
  • इसने केवल कैलोरी intake के पुराने मानदंड को छोड़ दिया।
  • इसने स्वास्थ्य और शिक्षा पर खर्च सहित सभी वस्तुओं और सेवाओं पर Monthly Per Capita Expenditure (MPCE) को शामिल किया।
  • इसने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए एक Uniform Poverty Line Basket की सिफारिश की।

गरीबी से संबंधित ‘ट्रिकल-डाउन थ्योरी’ (Trickle-Down Theory) क्या मानती है?

  • सीधे नकद हस्तांतरण की आवश्यकता
  • उच्च वर्गों की समृद्धि स्वतः निचले वर्गों तक पहुँचेगी
  • केवल सार्वजनिक क्षेत्र का investment
  • केवल कृषि विकास

व्याख्या:

  • ट्रिकल-डाउन थ्योरी मानती है कि अर्थव्यवस्था में उच्च वर्गों और बड़े corporations को लाभ पहुँचाने वाली नीतियाँ अंततः everyone के लिए लाभकारी होंगी।
  • यह मानता है कि economic growth से होने वाला लाभ समाज के सभी स्तरों तक “ट्रिकल डाउन” होगा।
  • इस सिद्धांत की व्यापक आलोचना की गई है क्योंकि यह अक्सर असमानता बढ़ाता है और गरीबों तक लाभ नहीं पहुँचाता है।
  • इसके विपरीत, direct benefit transfer (DBT) जैसी योजनाएँ सीधे लाभार्थियों को लक्षित करती हैं।

निम्नलिखित में से कौन सा शब्द ‘गरीबों के बीच सबसे गरीब’ को संदर्भित करता है?

  • निरपेक्ष गरीब
  • सापेक्ष गरीब
  • अत्यंत गरीब (Destitute)
  • कामकाजी गरीब

व्याख्या:

  • अत्यंत गरीब (Destitute) वे लोग हैं जो basic necessities like food, clothing, and shelter तक पहुँच से वंचित हैं।
  • यह गरीबी का सबसे चरम रूप है, अक्सर भुखमरी और homelessness के साथ जुड़ा हुआ है।
  • निरपेक्ष गरीबी एक निश्चित मानक से नीचे जीवन यापन को संदर्भित करती है।
  • सापेक्ष गरीबी समाज में औसत जीवन स्तर की तुलना में होती है।

गरीबी और असमानता के बीच क्या संबंध है?

  • वे एक ही अवधारणा हैं
  • असमानता का गरीबी से कोई संबंध नहीं है
  • उच्च असमानता गरीबी उन्मूलन को धीमा कर सकती है
  • असमानता हमेशा गरीबी को कम करती है

व्याख्या:

  • उच्च असमानता का मतलब है कि economic growth का लाभ समान रूप से वितरित नहीं होता है।
  • यह wealth और opportunities का concentration बनाए रखता है, जिससे गरीबों के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
  • यह सामाजिक अशांति पैदा कर सकता है और सतत विकास में बाधा डाल सकता है।
  • गरीबी उन्मूलन के लिए inclusive growth आवश्यक है, जिसमें असमानता को कम करना शामिल है।

‘गरीबी का फeminization’ (Feminization of Poverty) शब्द किससे संबंधित है?

  • केवल ग्रामीण महिलाएं
  • महिलाओं में गरीबी का असमान रूप से उच्च प्रसार
  • शहरी महिला बेरोजगारी
  • मातृ स्वास्थ्य योजनाएं

व्याख्या:

  • गरीबी का feminization एक घटना है जहाँ महिलाएं पुरुषों की तुलना में गरीबी का असमान रूप से उच्च बोझ वहन करती हैं।
  • यह लैंगिक wage gap, asset ownership में असमानता, और caregiving responsibilities के कारण होता है।
  • महिला-प्रमुख परिवार (Female-headed households) विशेष रूप से vulnerable होते हैं।
  • इसे दूर करने के लिए लैंगिक समानता और women’s empowerment पर targeted policies की आवश्यकता है।

गरीबी उन्मूलन में सहायता के लिए ‘सूक्ष्म वित्त’ (Microfinance) की क्या भूमिका है?

  • यह केवल बचत एकत्र करता है
  • यह गरीबों को, विशेष रूप से महिलाओं को, सूक्ष्म ऋण प्रदान करता है
  • यह केवल कृषि ऋण प्रदान करता है
  • यह केवल शहरी क्षेत्रों में काम करता है

व्याख्या:

  • सूक्ष्म वित्त गरीबों और low-income individuals को छोटे loans (microcredit), बचत, बीमा और other financial services प्रदान करता है।
  • इसका उद्देश्य उन्हें self-employment opportunities शुरू करने या विस्तार करने में सक्षम बनाना है।
  • यह financial inclusion को बढ़ावा देता है और traditional moneylenders पर निर्भरता को कम करता है।
  • महिलाओं को लक्षित करने वाले सूक्ष्म वित्त कार्यक्रमों ने गरीबी कम करने और महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

गरीबी के आकलन के लिए ‘रंगराजन समिति’ ने किस वर्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की?

  • 2005
  • 2009
  • 2014
  • 2019

व्याख्या:

  • रंगराजन समिति ने 2014 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।
  • इसने तेंदुलकर समिति द्वारा अपनाए गए methodology को संशोधित किया।
  • इसने गरीबी रेखा को monthly per capita expenditure of Rs. 1407 (urban) and Rs. 972 (rural) पर निर्धारित किया।
  • हालाँकि, भारत सरकार ने आधिकारिक गरीबी की गणना के लिए तेंदुलकर मethodology को जारी रखने का फैसला किया।

निम्नलिखित में से कौन सा कारक ‘ग्रामीण गरीबी’ में सबसे अधिक योगदान देता है?

  • शहरी प्रवास
  • उद्योगों का अभाव
  • कृषि में अल्परोजगार और मौसमी employment
  • उच्च साक्षरता दर

व्याख्या:

  • कृषि पर निर्भरता और इसमें अल्परोजगार ग्रामीण गरीबी का एक प्रमुख कारण है।
  • खेती मौसमी है, जिससे वर्ष के कई महीनों में income का नुकसान होता है।
  • छोटे और सीमांत किसानों के पास low productivity और market access की कमी है।
  • MGNREGA जैसी योजनाएँ ग्रामीण क्षेत्रों में guaranteed wage employment प्रदान करके इस समस्या का समाधान करने का प्रयास करती हैं।

गरीबी उन्मूलन में ‘सार्वजनिक वितरण प्रणाली’ (PDS) की प्रमुख चुनौती क्या है?

  • खाद्यान्न का overproduction
  • लीकेज, भ्रष्टाचार और inclusion errors
  • कम खाद्यान्न procurement
  • केवल शहरी कवरेज

व्याख्या:

  • PDS की मुख्य चुनौतियाँ हैं leakage (राशन की दुकानों तक पहुँचने से पहले ही स्टॉक का गायब होना), भ्रष्टाचार, और गलत तरीके से लाभार्थियों को शामिल करना या बाहर करना।
  • लक्षित PDS (TPDS) ने इन मुद्दों को कम करने का प्रयास किया, लेकिन चुनौतियाँ बनी रहीं।
  • आधार-सीडिंग और DBT (Direct Benefit Transfer) जैसी technology-driven reforms का उद्देश्य इन कमियों को दूर करना है।
  • NFSA 2013 ने coverage का विस्तार किया और transparency बढ़ाने का प्रयास किया।

गरीबी के संदर्भ में ‘बहुआयामी गरीबी’ (Multidimensional Poverty) शब्द क्यों महत्वपूर्ण है?

  • यह केवल आय पर केंद्रित है
  • यह गरीबी के केवल आर्थिक पहलू से आगे जाता है
  • यह केवल ग्रामीण क्षेत्रों पर लागू होता है
  • यह एक अंतरराष्ट्रीय शब्द है, भारत पर लागू नहीं होता

व्याख्या:

  • बहुआयामी गरीबी इस तथ्य को पहचानती है कि गरीबी केवल low income तक सीमित नहीं है।
  • इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, जीवन स्तर, सशक्तिकरण, और work quality जैसे कई deprivations शामिल हैं।
  • यह एक more holistic and accurate picture of poverty प्रदान करता है।
  • NITI Aayog का बहुआयामी गरीबी सूचकांक (MPI) भारत में इसी दृष्टिकोण का उपयोग करता है।

गरीबी उन्मूलन के लिए ‘रोजगार सृजन’ क्यों crucial है?

  • यह केवल शहरी युवाओं के लिए है
  • यह स्थायी आय और आजीविका का स्रोत प्रदान करता है
  • यह केवल सरकारी नौकरियों के बारे में है
  • यह गरीबी को बढ़ाता है

व्याख्या:

  • रोजगार सृजन गरीबी से बाहर निकलने का सबसे प्रभावी तरीका है क्योंकि यह regular income और financial security प्रदान करता है।
  • यह लोगों को productive assets बनाने और human capital में निवेश करने में सक्षम बनाता है।
  • MGNREGA जैसी योजनाएँ guaranteed wage employment प्रदान करती हैं।
  • Skill India Mission जैसे कौशल विकास कार्यक्रम employability बढ़ाने पर केंद्रित हैं।

‘गरीबी जाल’ (Poverty Trap) से क्या तात्पर्य है?

  • गरीबी मापने का एक उपकरण
  • एक self-reinforcing mechanism जो गरीबी को बनाए रखता है
  • गरीबों के लिए एक जाल
  • गरीबी उन्मूलन योजना

व्याख्या:

  • गरीबी जाल एक ऐसी स्थिति है जहाँ गरीबी के कारण स्वयं गरीबी बनी रहती है।
  • उदाहरण: Low income → No savings → No investment in education/health → Low productivity → Low income.
  • इस जाल को तोड़ने के लिए external interventions like credit access, education subsidies, और healthcare support की आवश्यकता होती है।
  • सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ इसी उद्देश्य को पूरा करती हैं।

भारत में गरीबी के आकलन के लिए आमतौर पर किस संगठन के data का उपयोग किया जाता है?

  • भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)
  • विश्व बैंक
  • राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO)
  • अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)

व्याख्या:

  • राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO), अब National Statistical Office (NSO) का一部分, household consumption expenditure पर व्यापक data एकत्र करता है।
  • यह data गरीबी रेखा निर्धारित करने और देश में गरीबी के स्तर का अनुमान लगाने का आधार है।
  • NSSO rounds (जैसे 68th round, 75th round) सरकार और researchers द्वारा गरीबी का विश्लेषण करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
  • RBI monetary data, विश्व बैंक और IMF international comparisons प्रदान करते हैं, लेकिन घरेलू गरीबी अनुमान मुख्य रूप से NSSO पर निर्भर करते हैं।
Economy-Poverty