- 1952 में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की स्थापना की गई।
- 1952 में पहले ‘अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव’ का भारत में आयोजन हुआ।
- 1954 में बनी फिल्म ‘नाज़’विदेश में शूट की गई पहली फिल्म थी।
- सत्यजीत रे की ‘पाथेर पांचाली’ फिल्म को ‘प्रेसीडेंट गोल्ड मेडल अवॉर्ड’ प्राप्त हुआ तथा साथ ही इसे ‘कान फिल्म महोत्सव’ में भी पुरस्कृत किया गया।
- भारत में सेंसरशिप (censorship in india) : सेंसरशिप का अर्थ “ किसी भी फिल्म के सार्वजनिक प्रदर्शन से पूर्व उसकी संपूर्ण जाँच करना कि वह तय मानकों के अनुरूप है या नहीं
- भारत में सेंसरशिप की जाँच कौन करता है ?
- सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC)
- यह एक सांविधिक निकाय है
- गठन चलचित्र अधिनियम-1952 के तहत किया गया है।
- यह बोर्ड चलचित्र अधियिम-1952 तथा चलचित्र (प्रमाणन) नियम 1983 के तहत कार्य करता है।
- बोर्ड का मुख्यालय – मुंबई
- 9 क्षेत्रीय कार्यालय – मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बंगलुरू, तिरुवनंतपुरम्, हैदराबाद, नई दिल्ली, कटक और गुवाहाटी में स्थित है
- यह सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
- सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC)
फिल्म पुरस्कार (Film award)
- फिल्मफेयर अवॉर्ड (Filmfare Awards)
- शुरुआत वर्ष – 1954 में की गई थी।
- यह पुरस्कार हिंदी फिल्म उद्योग के लिये दिया जाता है।
- इस अवॉर्ड को हिंदी फिल्म उद्योग का ऑस्कर माना जाता है
- आइफा अवॉर्ड
- इस अवॉर्ड की शुरुआत वर्ष 2000 में हुई।
- इस अवॉर्ड को अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म एकेडमी (International Indian Film Academy-IIFA ) द्वारा प्रदान किया जाता है।
- इस अवॉर्ड समारोह का आयोजनविजक्रॉफ्ट अंतर्राष्ट्रीय एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड(Wizcraft International Entertainment Pvt. Ltd) द्वारा किया जाता है।
- राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
- इसकी शुरुआत वर्ष 1954 में की गई थी तथा इसे वर्ष 1973 से भारत सरकार के फिल्म महोत्सव निदेशालय द्वारा प्रशासित किया जा रहा है।
- यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह के अंतर्गत दिया जाता है।
- यह पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों में प्रदान किया जाता है
- गोल्डन लोटस अवॉर्ड (स्वर्ण कमल)
- सिल्वर लोटस अवॉर्ड (रजत कमल)
- प्रत्येक भाषाबेस्ट फिल्म पुरस्कार ( संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल)
- संविधान की आठवीं अनुसूची के अतिरिक्त या अन्य भाषाओं में बेस्ट फीचर फिल्म
- दादा साहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
- यह पुरस्कार भारत सरकार की ओर से प्रत्येक वर्ष प्रदान किया जाता है।
- शुरुआत वर्ष – 1969 में की गई थी।
- इस पुरस्कार का नामकरण भारत के महान फिल्म निर्माता दादा साहेब फाल्के के नाम पर किया गया है।
फिल्म उद्योग से संबंधित प्रमुख संस्थान एवं संगठन
- भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (Film and Television Institute of India)
- Headquarters:पुणे
- स्थापना वर्ष – 1960 में ,सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा
- 1974 में एक टेलीविज़न शाखा खोलने के पश्चात् इसका नाम भारतीय फिल्म टेलीविज़न संस्थान कर दिया गया।
- यह सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत है।
- केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड(Central Board of Film Certification- CBFC )
- यह भारत सरकार के दूरसंचार तथा प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत एक सांविधिक निकाय है।
- इसका कार्यान्वयन सिनेमेटोग्राफ अधिनियम, 1952 के अंतर्गत किया जाता है।
- स्थापित: 1951
- Headquarters: Mumbai
- Agency executive: Prasoon Joshi (Chairperson)
- प्रमुख क्षेत्रीय कार्यालय – कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, तिरुवनंतपुरम, हैदराबाद, नई दिल्ली, कटक तथा गुवाहाटी
- फिल्म अधिनियम 1952 के अधीन स्थापित इस बोर्ड में कम-से कम 12 गैर सरकारी और अधिक से अधिक 25 सदस्य होते हैं, जिनकी नियुक्ति भारत सरकार द्वारा की जाती है।
- यह बोर्ड सिनेमेटोग्राफ अधिनियम, 1952 और सिनेमेटोग्राफ (प्रमाणन) नियम, 1983 तथा केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किये गए दिशा-निर्देशों के अनुरूप फिल्मों के प्रमाण के लिये जाँच करता है।
- राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार (National Film Archive of India )
- स्थापना वर्ष – 1964 में
- भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधीन
- अभिलेखागार का मुख्यालय – पुणे में
- तीन प्रमुख क्षेत्रीय कार्यालय – बैंगलुरु, कोलकाता और तिरुवनंतपुरम में
- 1969 में राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार International Federation of Film Archives,FIAF Headquarters : Brussels, Belgium ) का सदस्य बन गया ।
- राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (National Film Development Corporation of India)
- स्थापना वर्ष- 1975 में
- Headquarters: Mumbai
- भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन एक सरकारी स्वामित्व वाली संस्था है ।
- फिल्म वित्त निगम तथा भारतीय फिल्म निर्यात निगम का विलय राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम में कर वर्ष 1980 में राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम का पुनर्गठन किया गया।
- भारतीय बाल फिल्म समिति(CHILDREN’S FILM SOCIETY INDIA)
- भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्था हैं
- स्थापना – 1955 में
- Headquarters- Mumbai
- CFSI के पहले प्रोडक्शन जलदीप ने 1957 के वेनिस फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म का पहला पुरस्कार जीता।
- फिल्म प्रभाग (Films Division of India)
- Headquarters: Mumbai
- स्थापना – 1948 में
- सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविज़न संस्थान (Satyajit Ray Film and Television Institute )
- स्थापना -1955 में ,कोलकाता, पश्चिम बंगाल
- भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्था है ।
भारतीय सिनेमा की एक झलक
फिल्म- सम्बंधित तथ्य |
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कालीदास – 1931 ;पहली तमिल सवाक् फिल्म |
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- श्रॉमस एडिसन तथा विलियम कैनेडी ने सम्मिलित रूप से ‘प्रथम मोशन कैमरा कीनेटोग्राफ का आविष्कार किया।
- फ्रांस के ‘लुमियर ब्रदर्स’ ने अपेक्षाकृत अधिक उन्नत तकनीक से युक्त कैमरा “सिनेमेटोग्राफ’ का निर्माण किया।
- लुमियर ब्रदर्स द्वारा 1895 ई. में विश्व की प्रथम फिल्म का प्रदर्शन पेरिस में तथा 1896 ई. में भारत में मुंबई स्थित वाटसन होटल में किया गया।
- भारत में निर्मित प्रथम फिल्म –श्री ‘पुंडलिक’ (मराठी नाटक )
- रामचंद्र गोपाल, ‘दादा साहेब तोरणे’ तथा एन.जी. चित्रे द्वारा निर्मित
- इसे प्रथम फीचर फिल्म का दर्जा नहीं दिया जाता।
- भारत की पहली फीचर फिल्म – ‘राजा हरिश्चंद्र’ मूक फिल्म (1913 ई. में प्रदर्शित)
- इस फिल्म का निर्माण धुंडीराज गोविंद फाल्के ने किया था, जिन्हें दादा साहेब फाल्के के नाम से भी जाना जाता है।
- धुंडीराज गोविंद फाल्के (दादा साहेब फाल्के)
- जन्म – 30 अप्रैल,नासिक , महाराष्ट्र
- निधन – 16 फरवरी ,1944
- ‘राजा हरिश्चंद्र’ के अतिरिक्त दादा साहेब फाल्के ने ‘भस्मासुर मोहिनी’ एवं ‘सावित्री’ दो और फिल्मों का निर्माण किया।
- 1937 ई. में दादा साहेब फाल्के ने अपनी पहली एवं अंतिम सवाक् फिल्म ‘गंगावतरण’ का निर्माण किया।
- भारत में विदेशी सहयोग से निर्मित प्रथम फिल्म – ‘नल दमयंती’
- निर्माण – इटली के सहयोग से हुआ था।
- भारत की पहली बोलती फिल्म – आलमआरा (1931 )
- आर्देशिर ईरानी द्वारा निर्मित ‘आलमआरा’ थी।
- इंडियन सिनेमेटोग्राफ एक्ट 1918 के तहत प्रत्येक फिल्म को सार्वजनिक प्रदर्शन से पूर्व सेंसर बोर्ड से प्रमाण-पत्र लेना आवश्यक था।
- केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड
- स्थापना – 1952 में (सिनेमेटोग्राफ एक्ट, 1952 के तहत)
- सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन एक सांविधिक निकाय है।
- यह बोर्ड फिल्मों के सार्वजनिक प्रदर्शन से पहले उसे प्रमाण पत्र जारी करता है।
- 1950-60 का दशक हिंदी सिनेमा का ‘स्वर्णिम युग’ था।
- राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम
- स्थापना – 1975 में
- 1948 ई. में गुजराती भाषा में निर्मित ‘गुणसुंदरी’ फिल्म से ही प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री निरूपा रॉय ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी।
- मराठी भाषा में निर्मित पहली सवाक् फिल्म‘अयोध्येचा राजा’ थी जिसका निर्माण वी. शांताराम ने किया था।
- 1940-60 का दशक मराठी सिनेमा का क्लासिकल युग माना जाता है।
- पी.सी. बरुआ द्वारा निर्मित ‘देवदास’ फिल्म ने इतनी लोकप्रियता हासिल की कि इसे अलग-अलग समय में अलग-अलग निर्देशकों द्वारा बनाया गया।
- 1970 का दशक मलयालम सिनेमा का स्वर्ण काल’ माना जाता है।
- मृणाल सेन द्वारा ओडिया में ‘माटिर मनीषा’ नामक फिल्म का निर्माण किया गया जो कालिंदी चरन पाणिग्रही के ओडिया उपन्यास पर आधारित थी।
- पंजाबी भाषा की पहली बोलती फिल्म के.डी. मेहता द्वारा निर्मित ‘शीला’ थी।
- भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव International Film Festival of India(IFFI)
- Founded in 1952
- Since 2004, it has moved to its permanent venue at Goa
- it is jointly organized by DFF and the State Government of Goa
- मदर इंडिया फिल्म (1957)
- महबूब खान द्वारा निर्देशित
- नरगिस, राज कुमार, राजेंद्र कुमार और सुनील दत्त अभिनीत।
- गांधी फिल्म (1982)
- रिचर्ड एटनबरो(Richard Attenborough) द्वारा निर्देशित और निर्मित
- जॉन ब्रिली(John Briley) द्वारा लिखित पटकथा।
- गांधी भूमिका – बेन किंग्सले (Ben Kingsley)
- Rohini Hattangadi as Kasturba Gandhi
- सर्वाधिक सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता
- 4 जीत : अमिताभ बच्चन
- पहले प्राप्तकर्ता बंगाली सिनेमा के उत्तम कुमार थे, जिन्हें 1967 में 15वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था
- सर्वाधिक सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता
- 5 जीत: शबाना आज़मी
- पहली प्राप्तकर्ता बॉलीवुड से नरगिस दत्त थीं, जिन्हें रात और दिन में उनके प्रदर्शन के लिए 15 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (1967) में सम्मानित किया गया था।