Jharkhand GK- Polity
झारखण्ड की राजव्यवस्था का परिचय
- झारखण्ड गठन / स्थापना
- 25 अप्रैल, 2000 – बिहार सरकार द्वारा बिहार राज्य पुनर्गठन विधेयक, 2000 को स्वीकृति
- 2 अगस्त, 2000 – लोकसभा से पारित
- 11 अगस्त, 2000 – राज्यसभा से पारित
- 25 अगस्त, 2000 – राष्ट्रपति के. आर. नारायणन स्वीकृति प्रदान की
- 15 नवंबर 2000,(28वा राज्य)
- झारखंड का गठन बिहार के 45.80% भूभाग(18 जिलों) को
- संविधान के अनुच्छेद-3 के तहत अलग करके
- बिरसा मुण्डा के जन्मदिन के अवसर पर
- भारत के राष्ट्रपति श्री के. आर. नारायणन थे।
- भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे।
- बिहार की मुख्यमंत्री राबड़ी देवी थीं।
- राजधानी – रांची
- उपराजधानी – दुमका
- सांस्कृतिक राजधानी – देवघर
- औद्योगिक राजधानी – जमशेदपुर
- प्रस्तावित- मेदिनीनगर ,चाईबासा, गिरिडीह
- झारखण्ड विधानमंडल – एकसदनीय विधानमंडल
- झारखण्ड विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या 82 है
- प्रत्यक्ष निर्वाचन – 81 सदस्यों का (GEN – 44, ST- 28,SC-01)
- ST के लिए आरक्षित जिले – 5
- पश्चिमी सिंहभूम
- सिमडेगा
- गुमला
- खूंटी
- लोहरदगा
- SC के लिए आरक्षित जिले (1) – चतरा
- ST के लिए आरक्षित जिले – 5
- ANGLO-IND – 01 एंग्लो इण्डियन सदस्य की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा की जाती है।
- जनवरी 2020 में, भारत की संसद और राज्य विधानसभाओं में एंग्लो-इंडियन आरक्षित सीटों को समाप्त कर दिया गया था, जबकि 2019 के 126 वें संविधान संशोधन विधेयक, जब 104 वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम, 2019 के रूप में अधिनियमित किया गया था, द्वारा अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण का विस्तार किया गया था।
- प्रत्यक्ष निर्वाचन – 81 सदस्यों का (GEN – 44, ST- 28,SC-01)
- झारखण्ड विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या 82 है
- झारखण्ड में कुल संसदीय क्षेत्र – 20
- राज्य सभा – 06
- लोकसभा – 14 (GEN – 8, ST- 5,SC-1)
- लोकसभा के ST के लिए आरक्षित क्षेत्र
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सिंहभूम
-
खूंटी
-
लोहरदग्गा
-
राजमहल
-
दुमका
-
- लोकसभा के SC के लिए आरक्षित क्षेत्र
- पलामू
- लोकसभा के ST के लिए आरक्षित क्षेत्र
- झारखण्ड का सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र – पश्चिमी सिंहभूम
- झारखण्ड का सबसे छोटा संसदीय क्षेत्र – चतरा
- 91वें संविधान संशोधन, 2003 के अनुसार झारखण्ड राज्य के मंत्रिपरिषद में कुल सदस्यों की संख्या मुख्यमंत्री सहित 12 (कुल सदस्यों का अधिकतम 15%) से अधिक नहीं हो सकती है।
- राज्य सरकार के प्रमुख अंग
- विधायिका – कानून का निर्माण करने वाली संस्था
- कार्यपालिका – कानून का क्रियान्वयन करने वाली संस्था
- न्यायपालिका – कानून की व्याख्या करने वाली संस्था
- वर्तमान प्रमंडल की संख्या – 5 (राज्य स्थापना के समय – 4
- पलामू प्रमंडल
- उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल
- दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल
- संथाल परगना प्रमंडल
- कोल्हान प्रमंडल ()
- जिलों की संख्या – राज्य स्थापना के समय -18 (वर्तमान-24)
- अनुमंडलों की संख्या – वर्तमान- 45, राज्य स्थापना के समय -33
- नगर निगम – 9
- अधिसूचित क्षेत्र – https://udhd.jharkhand.gov.in/
झारखण्ड विधानसभा
- विधानसभा हेतु झारखण्ड में अभी तक चार बार चुनाव हो चुके हैं।
- (2005, 2009, 2014, 2019)
- पहली विधानसभा के गठन हेतु चुनाव नहीं कराये गये थे, बल्कि बिहार से विभाजन होने के बाद विधानसभा का गठन किया गया था। अतः विधानसभा गठन के क्रम के अनुसार वर्तमान पाँचवी विधानसभा है।
- 2019 चुनाव में बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाली झाविमो (प्र.) ने विधानसभा चुनाव में 03 सीटों पर विजय प्राप्त किया था। परंतु झाविमो का भाजपा में विलय हो गया, जिसके बाद
- बाबूलाल मरांडी (धनवार) भाजपा में शामिल
- भाजपा के विधायकों की संख्या बढ़कर 25 से 26 हो गयी।
- झाविमों के शेष दो विधायक प्रदीप यादव (पोडैया) व बंधु तिर्की (मांडर) कांग्रेस में शामिल हो गये।
झारखण्ड का प्रथम विधानसभा मंत्रिपरिषद
Jharkhand’s first assembly council of ministers
चुनाव आयोग के सदस्य
- मुख्य चुनाव आयुक्त :- सुनील अरोरा
- चुनाव आयुक्त :- अशोक लवासा
- चुनाव आयुक्त :- सुशील चन्द्र
- राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी :- विनय कुमार चौबे
- विधानसभा निर्वाचन सीट – 81 (UR- 44, ST- 28, SC-9)
- झारखण्ड विधानसभा चुनाव 5 चरणों मे संम्पन हुआ
- राज्य निर्वाचन आयुक्त-देवेंद्र कुमार तिवारी यानी डी के तिवारी ,FEBRUARY 12, 2021,
STATE ELECTION COMMISSION, JHARKHAND.
चुनाव परिमाण
- सबसे अधिक मतों से विजयी प्रत्याशी :- आलमगीर आलम (पाकुड़ विधानसभा)
- सबसे कम मतों से विजयी प्रत्याशी :- भूषण बारा (सिमडेगा विधानसभा)
- निर्दलीय विधायक :- सरयू राय (पूर्वी सिंहभूम), अमित यादव (बरकट्ठा)
- सबसे उम्रदराज विधायक :- डॉ. रामेश्वर उरांव (लोहरदगा)
- सबसे युवा विधायक :- अंबा प्रसाद (बड़कागांव)
- हेमंत सोरेन 2 विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ दोनों सीटों पर जीत हासिल करने वाले विधायक बने। इन्होंने बाद मे दुमका सीट से इस्तीफा दे दिया, तथा उपचुनाव मे दुमका सीट इनके भाई बसंत सोरेन ने भाजपा की उम्मीदवार लुईस मरांडी को हरा कर जीता।
- झाविमो पार्टी से जीते विधायक प्रदीप यादव तथा बंधु तिर्की कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गये है।
- झाविमो पार्टी से जीते बाबूलाल मरांडी भाजपा में शामिल हो गये है।
- बेरमो से निर्वाचित विधायक राजेंद्र प्रसाद के मृत्यु के बाद उपचुनाव में उनके बेटे जयमंगल सिंह ने जीत हासिल कर नये विधायक बने।
- मधुपुर विधानसभा से निर्वाचित विधायक तथा झारखण्ड सरकार के अल्पसंख्यक मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के मृत्यु के बाद यह सीट अभी रिक्त है। यहाँ उपचुनाव होना प्रस्तावित है।
- 2019 विधानसभा चुनाव मे कुल 10 महिला विधायक सदन पहुंची है।
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- 2005 – 5 महिलाएं
- 2009 – 8 महिलाएं
- 2014 – 9 महिलाएं
- 2019 – 10 महिलाएं
झारखण्ड विधानसभा के स्पीकर(अध्यक्ष )