JSSC Madhyamik Aacharya (JTMACCE) Khortha Syllabus -2025
- खोरठा व्याकरण
- वर्ण विचार
- संज्ञा,
- सर्वनाम
- विशेषण
- लिंग
- वचन
- क्रिया
- कारक
- काल
- समास
- उपसर्ग-प्रत्यय
- वाक्य के भेद
- विपरीतार्थक शब्द
- पर्यायवाची शब्द
- खोरठा लोक साहित्य
- लोकगीत – परिभाषा, वर्गीकरण, विशेषताएँ, महत्व
- खोरठा लोकगीतों की पारम्परिक राग-रागिनियाँ के नाम, स्वरूप एवं वाद्ययंत्र
- लोककथा एवं लोकनाट्य – परिभाषा, वर्गीकरण, विशेषताएँ, महत्व
- प्रकीर्ण साहित्य – लोकोक्ति, मुहावरे, पहेली, मंत्र, खेलगीत- परिभाषा, वर्गीकरण, विशेषताएँ,महत्व
- खोरठा कविताएँ
- आँखीक गीत
- खोरठा हाय खोरठा
- नाँच बाँदर नाँच रे
- जोदी खोजा मान
- रूसल पुटुस
- अपसंसकिरति
- आब ना रहा पाटाइल
- ना पुछ हामिन हिंया
- कइसे जीय-ही
- बेरा रहइथीं बारा बाती
- रूसल पुटुस, जुलूम,
- आब धरबो लाआठी,
- ढीठ
- ए मानुस
- छीन लेलक सोनाक थारी,
- अलंकार
- अनुप्रास, यमक, श्लेष, उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, भ्रांतिमान, विरोधाभास, अतिश्योक्ति, मानवीकरण ।
- आँखीक गीत
- शिष्ट कहानी :-
- उवार
- मलकी बहू
- ओद दीदा
- हूब
- हेराइल हाँसी
- उदासी
- दीदीजी
- करमा
- नीम छिछकी
- चाटाइन कोचाक चुड़ीन
- जमीक हाँक
- दातुन वाली बुढ़िया
- खोरठा नाटक :-
- उद्भासल कर्ण (एकांकी /नाटक)
- मेकामेकी न मेटमाट (नाटक)
- खोरठा उपन्यास :-
- जिनगीक टोह
- भगजोगनी
- खोरठा साहित्यकारों का जीवन परिचय एवं उनकी कृतियाँ
- श्रीनिवास पानुरी
- भुनेश्वर दत्त शर्मा व्याकुल
- डॉ. ए. के. झा
- विश्वनाथ दसौंधी राज
- शिवनाथ प्रमाणिक
- श्याम सुन्दर महतो ‘श्याम’
- विश्वनाथ नागर
- डॉ. बी. एन. ओहदार
- डॉ. बिनोद कुमार
- डॉ. कुमारी शशि