महाराष्ट्र (Maharashtra) मुख्यमंत्री – Devendra Fadnavis (BJP)
राज्यपाल – श्री सी.पी. राधाकृष्णन
बॉम्बे HC (1862),मुख्य न्यायाधीश – देवेन्द्र कुमार उपाध्याय
राजधानियाँ – (1) मुंबई (2)नागपुर (शीतकालीन)
सुजाता सौनिक महाराष्ट्र की पहली महिला मुख्य सचिव बनीं।
संख्या – जिलों – 36 ; विधान सभा – 288 सीटें ; विधान परिषद – 78 सीटें ; लोकसभा – 48 सीटें; राज्यसभा – 19 सीटें
महाराष्ट्र भारत में क्षेत्रफल के हिसाब से तीसरा सबसे बड़ा राज्य है।
GI Tag Products of Maharastra : सोलापुर चादर; सोलापुर टेरी टॉवल, पुनेरी पगड़ी, नासिक वैली वाइन, पैठानी साड़ी और कपड़े, महाबलेश्वर स्ट्रॉबेरी, नासिक अंगूर, कोल्हापुर गुड़, अजारा घनसल चावल, मंगलवेढ़ा ज्वार, सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी कोकम, सांगली हल्दी,। अल्फांसो, करवाथ काटी साड़ी और कपड़े, मराठवाड़ा केसर आम, भिवापुर मिर्च, जलगांव केला, दहानू घोलवड चीकू, सोलापुर अनार, बीड कस्टर्ड एप्पल, जालना स्वीट ऑरेंज, वायगांव हल्दी, पुरंदर फिंग, अम्बेमोहर चावल, वाघ्या घेवड़ा, नवापुर तूर दाल, वेंगुरला काजू, लासलगांव प्याज, सांगली प्याज
36 जिले –
तीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे – छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (मुंबई), डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (नागपुर),पुणे हवाई अड्डा।
कोयना बाँध महाराष्ट्र का सबसे बड़ा बाँध है, यह सतारा ज़िले के कोयाना नगर में स्थित है।कोयना बाँध कोयना नदी पर बनाया गया है , कोयना नदी सह्याद्रि पर्वत शृंखलाओं के महाबलेश्वर से निकलती है। वर्तमान में कोयना जलविद्युत परियोजना का चरण V निर्माणाधीन है। कोयना वन्यजीव अभयारण्य वर्ष 1985 में अधिसूचित किया गया था। वर्ष 2007 में चंदोली राष्ट्रीय उद्यान के साथ कोयना वन्यजीव अभयारण्य को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा सह्याद्रि टाइगर रिज़र्व के एक हिस्से के रूप में घोषित किया गया था।
भारत सरकार ने महाराष्ट्र के पालघर जिले के वधावन बंदरगाह के निर्माण को मंजूरी दे दी है।
सिद्धेश सकोर, एक किसान और महाराष्ट्र के एग्रो रेंजर्स के संस्थापक, को विश्व मरुस्थलीकरण और सूखा दिवस पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन (UNCCD) द्वारा लैंड हीरो के रूप में मान्यता दी गई है।
मुंबई शहर
महाराष्ट्र की राजधानी और भारत की वित्तीय राजधानी।
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल) यहाँ स्थित है।
बॉलीवुड, भारतीय फिल्म उद्योग का केंद्र।
अरब सागर के तट पर स्थित प्रमुख बंदरगाह शहर।
पुणे
महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में प्रसिद्ध।
ऑटोमोबाइल और सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग का प्रमुख केंद्र।
सिंहगढ़ किला और आगा खान पैलेस यहाँ स्थित हैं।
भारतीय सैन्य अकादमी, खड़कवासला यहाँ स्थित है।
नागपुर
महाराष्ट्र की सर्दियों की राजधानी और विदर्भ क्षेत्र का प्रमुख शहर।
दीक्षा भूमि – डॉ. बी.आर. अंबेडकर का स्मारक स्थल।
संतरों के लिए प्रसिद्ध, “भारत की संतरा राजधानी” कहलाता है।
रामटेक और उमरेड किला जैसे ऐतिहासिक स्थल।
ठाणे
महाराष्ट्र का सबसे अधिक औद्योगिक जिला।
वसई किला और तुंगारेश्वर मंदिर जैसे पर्यटन स्थल।
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान का हिस्सा यहाँ स्थित है।
मुंबई महानगरीय क्षेत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा।
नाशिक
गोदावरी नदी के किनारे स्थित पवित्र शहर।
कुंभ मेले के चार स्थानों में से एक।
भारत की शराब राजधानी के रूप में जाना जाता है।
सूला वाइनयार्ड और त्र्यंबकेश्वर मंदिर यहाँ स्थित हैं।
औरंगाबाद
अजंता और एलोरा की गुफाओं (यूनेस्को विश्व धरोहर) के लिए प्रसिद्ध।
बीबी का मकबरा और दौलताबाद किला जैसे ऐतिहासिक स्थल।
मराठवाड़ा क्षेत्र का प्रमुख शहर।
पर्यटन और ऐतिहासिक महत्व का प्रमुख केंद्र।
सतारा
सह्याद्री पर्वत श्रृंखला में स्थित।
कास पठार, “महाराष्ट्र की कश्मीर” के रूप में प्रसिद्ध।
सज्जनगढ़ किला (सतारा किला) यहाँ स्थित है।
कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाला जिला।
कोल्हापुर
महालक्ष्मी मंदिर के लिए प्रसिद्ध धार्मिक शहर।
कोल्हापुरी चप्पलों और जेवरात के लिए प्रसिद्ध।
पन्हाला किला और रैंकाला लेक जैसे पर्यटन स्थल।
महाराष्ट्र के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित।
सांगली
कृष्णा और वर्णा नदियों के संगम पर स्थित।
गन्ना उत्पादन और चीनी उद्योग के लिए प्रसिद्ध।
सांगली-मिराज-कुपवाड़ महानगरीय क्षेत्र का हिस्सा।
प्रमुख शैक्षणिक और चिकित्सा संस्थानों का केंद्र।
अमरावती
विदर्भ क्षेत्र का प्रमुख जिला और कपास उत्पादन केंद्र।
मेलघाट टाइगर रिजर्व यहाँ स्थित है।
अम्बादेवी मंदिर और चांदुर बारादरी जैसे स्थल।
वन संपदा और खनिज संसाधनों से समृद्ध।
लातूर
मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक शहर।
उद्गीर किला और औसा किला जैसे ऐतिहासिक स्थल।
सूर्योदय और सूर्यास्त का मनोरम दृश्य दिखने वाला स्थान।
कृषि और सिंचाई परियोजनाओं के लिए जाना जाता है।
जालना
मराठवाड़ा क्षेत्र का महत्वपूर्ण जिला।
प्रसिद्ध तीर्थस्थल – श्री संत एकनाथ समाधि।
कपास और सोयाबीन का प्रमुख उत्पादक।
ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कई स्थल।
नंदुरबार
गुजरात और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित।
ताप्ती नदी के किनारे बसा हुआ जिला।
आदिवासी बहुल क्षेत्र, भील जनजाति का निवास स्थान।
टोरनमल पहाड़ी और शाहादा बैराज जैसे स्थल।
धुले
खानदेश क्षेत्र का प्रमुख जिला।
ताप्ती नदी के किनारे स्थित कृषि प्रधान जिला।
सोनाजी की धर्मशाला और लाल देवजी मंदिर जैसे स्थल।
कपास और मूंगफली का प्रमुख उत्पादक।
जलगाँव
खानदेश क्षेत्र का सबसे बड़ा शहर।
प्रसिद्ध पद्मावती मंदिर यहाँ स्थित है।
कपास व्यापार और वस्त्र उद्योग का केंद्र।
ताप्ती नदी घाटी में स्थित उपजाऊ कृषि क्षेत्र।
अहमदनगर
महाराष्ट्र का सबसे बड़ा जिला (क्षेत्रफल में)।
अहमदनगर किला और श्री संत शिरोली महाराज मंदिर।
स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर से संबंधित ऐतिहासिक स्थल।
कृषि और डेयरी उद्योग का प्रमुख केंद्र।
सोलापुर
कर्नाटक और तेलंगाना की सीमा पर स्थित।
प्रसिद्ध सिद्धेश्वर मंदिर यहाँ स्थित है।
वस्त्र उद्योग और हथकरघा के लिए प्रसिद्ध।
भीमा नदी के किनारे स्थित कृषि प्रधान जिला।
रत्नागिरि
अरब सागर के तट पर स्थित कोंकण क्षेत्र का जिला।
आम और काजू के बागानों के लिए प्रसिद्ध।
लोकमान्य तिलक और वी. डी. सावरकर का जन्म स्थान।
समुद्री तटों और ऐतिहासिक किलों के लिए जाना जाता है।
सिंधुदुर्ग
अरब सागर तट पर स्थित पर्यटन स्थल।
सिंधुदुर्ग किला और तारकरली बीच जैसे स्थल।
नारियल और सुपारी के बागानों के लिए प्रसिद्ध।
महाराष्ट्र के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित।
रायगढ़
मुंबई महानगरीय क्षेत्र का हिस्सा।
कोरगाँव के युद्ध का ऐतिहासिक स्थल।
मुरुद जंजीरा किला और हरिहरेश्वर मंदिर।
अलीबाग और किहिम जैसे समुद्री तटों के लिए प्रसिद्ध।
हिंगोली
मराठवाड़ा क्षेत्र का छोटा जिला।
हिंगोली किला और आसपास के मंदिर।
कपास और सोयाबीन का प्रमुख उत्पादक।
सिंचाई परियोजनाओं और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था।
परभणी
मराठवाड़ा क्षेत्र का कृषि प्रधान जिला।
प्रसिद्ध हाजी जमाल मस्जिद यहाँ स्थित है।
गोदावरी नदी की सहायक नदियों द्वारा सिंचित।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का विकासशील केंद्र।
यवतमाल
विदर्भ क्षेत्र का प्रमुख कपास उत्पादक जिला।
प्रसिद्ध तीर्थस्थल – पोहरादेवी मंदिर।
वन संपदा और खनिज संसाधनों से समृद्ध।
कृषि आधारित उद्योगों का महत्वपूर्ण केंद्र।
वर्धा
महात्मा गांधी का सेवाग्राम आश्रम यहाँ स्थित है।
विदर्भ क्षेत्र का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक केंद्र।
प्रसिद्ध पवनार आश्रम और विश्व शांति स्तूप।
खादी और ग्रामोद्योग का प्रमुख केंद्र।
चंद्रपुर
विदर्भ क्षेत्र का सबसे पूर्वी जिला।
तडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व यहाँ स्थित है।
कोयला खनन और थर्मल पावर प्लांट का केंद्र।
ऐतिहासिक महादेव मंदिर और भद्रावती किला।
गडचिरोली
महाराष्ट्र का पूर्वी सीमावर्ती जिला।
आदिवासी बहुल क्षेत्र, गोंड जनजाति का निवास स्थान।
प्रसिद्ध तीर्थस्थल – आस्टी विंध्यवासिनी देवी मंदिर।
वन संपदा और प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध।
भंडारा
विदर्भ क्षेत्र का चावल उत्पादक जिला।
प्रसिद्ध अंबाडोंगरी गणपति मंदिर यहाँ स्थित है।
वैनगंगा नदी के किनारे स्थित उपजाऊ क्षेत्र।
झीलों और जलाशयों के लिए प्रसिद्ध।
गोंदिया
महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित।
नागजिरा अभयारण्य यहाँ स्थित है।
आदिवासी संस्कृति और हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध।
कृषि और वन उत्पाद आधारित अर्थव्यवस्था।
बीड
मराठवाड़ा क्षेत्र का ऐतिहासिक जिला।
प्रसिद्ध कंकलेश्वर मंदिर यहाँ स्थित है।
गोदावरी नदी की सहायक नदियों द्वारा सिंचित।
कपास और अंगूर का प्रमुख उत्पादक।
उस्मानाबाद
मराठवाड़ा क्षेत्र का ऐतिहासिक जिला।
प्रसिद्ध तुलजापुर भवानी मंदिर यहाँ स्थित है।
परंदरी किला और नलदुर्ग किला जैसे स्थल।
कृषि और सिंचाई परियोजनाओं का विकासशील केंद्र।
नांदेड़
मराठवाड़ा क्षेत्र का धार्मिक महत्व का जिला।
प्रसिद्ध हजूर साहिब गुरुद्वारा यहाँ स्थित है।
गोदावरी नदी के किनारे स्थित तीर्थस्थल।
सिख धर्म के लिए महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान।
बुलढाणा
विदर्भ क्षेत्र का कृषि प्रधान जिला।
प्रसिद्ध लोनार क्रेटर लेक (उल्का पिंड से निर्मित) यहाँ स्थित है।