भारत में परिवहन
- भारत में लोक निर्माण विभाग की स्थापना 1854 में लॉर्ड डलहौजी के काल में की गयी थी |
सड़क परिवहन (Road Transport)
- किसी देश के आर्थिक विकास के लिए सड़क परिवहन एक महत्वपूर्ण अवसंरचना है। यह विकास की गति, संरचनाऔर पद्धति को प्रभावित करता है।
- विश्व में सड़क नेटवर्क के मामले में शीर्ष देश संयुक्त राज्य अमेरिका है |इसके बाद भारत दूसरे(62.16 लाख किमी ) और और चीन क्रमशः तीसरे स्थान पर आते हैं|
- सड़क परिवहन में राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग, जिला सड़कें तथा ग्रामीण सड़कें सम्मिलित हैं।
- सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का गठन वर्ष 2009 में पूर्ववर्ती नौवहन, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को दो स्वतंत्र मंत्रालयों, अर्थात् सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और पोत परिवहन मंत्रालय, में विभाजित करके किया गया था।
राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway)
- इनके निर्माण एवं रख-रखाव की ज़िम्मेदारी केंद्र सरकार की होती है।
- National Highways are constructed by the Central Public Works Department/केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD).
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(NHAI) राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, रख-रखाव एवं प्रबंधन का कार्य करता है। इसकी स्थापना फरवरी 1995 में की गई थी।
- राष्ट्रीय राजमार्गों की सर्वाधिक लम्बाई वाले राज्य क्रमश: महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश हैं |
राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लि,(NHIDCL)
- National Highways and Infrastructure Development Corporation Ltd.
- 13.03.2014 को अनुमोदन प्रदान किया था।
भारतीय राजमार्ग अभियंता अकादमी
- Indian Academy of Highway Engineers (IAHE) was formed in the year 1983
भारतीय सड़क कांग्रेस
- सड़क, अनुरक्षण एवं विकास से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आवधिक रूप से सड़क सम्मेलनों का आयोजन करने हेतु भारतीय सड़क कांग्रेस को औपचारिक रूप से समिति रजिस्ट्रीकरण अधिनियम, 1860 के तहत 24 सितंबर 1937 को एक सोसायटी के रूप में पंजीकृत किया गया था।
National Highway Logistics Management Limited (NHLML)
- (NHLML)’ has been incorporated under NHAI.
- The company will undertake work related to development of Multi-Modal Logistics Park(MMLP) and connectivity of national highways with ports.
राष्ट्रीय राजमार्ग उत्कृष्टता पुरस्कार,2018
- राष्ट्रीय राजमार्ग क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए वार्षिक पुरस्कार असाधारण प्रदर्शन करने वाले रियायतग्राहियों(concessionaires) और संविदाकारों(contractors) को सम्मानित करने के लिए वर्ष 2018 में शुरू किए गए थे।
सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organization-BRO)
- सीमा सडक संगठन की स्थापना सन् 1960 में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू द्वारा की गई थी।
- इस संगठन का उद्देश्य देश की उत्तरी और पूर्वोत्तर क्षेत्र के सीमावर्ती क्षेत्रों में सडकों का निर्माण एवं विकास करना है।
- वर्तमान समय में इसके अंतर्गत सड़क निर्माण से संबंधित अनेक प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं, जैसे
- प्रोजेक्ट हीरक (Project Hirak): इस प्रोजेक्ट के तहत महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित ज़िलों, जैसे- भंडारा, गढ़चिरौली आदि में सड़कों का निर्माण कार्य संपन्न किया जा रहा है।
- प्रोजेक्ट बीकन (Project Beacon): इसके तहत सोनमर्ग कारगिल-लेह मार्ग व लेह-उपसी-सरचू मार्ग का विकास कार्य किया जा रहा है। प्रोजेक्ट बीकन को ‘जम्मू-कश्मीर की जीवन रेखा’ भी कहते हैं।
- प्रोजेक्ट दंतक (Project Dantak): इसके अंतर्गत भूटान में सड़क का निर्माण किया जा रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (National Highways Development Project – NHDP)
- NHAI ACT 1988′ द्वारा ‘NHDP की शुरुआत 1999 में की गई हैं।
- पहले चरण के ‘स्वर्णिम चतुर्भुज योजना’ के अंतर्गत भारत के चार महानगरों-दिल्ली, मुंबई, चेन्नई एवं कालकाता को आपस में 4 से 6 लेन वाले सड़क मार्ग द्वारा जोड़ने की योजना थी।
- दो गलियारों- पहला ‘पूर्व -पश्चिम’ एवं दूसरा ‘उत्तर-दक्षिण’ का निर्माण करने की योजना है।
- ‘पूर्व-पश्चिम गलियारे के अंतर्गत भारत के पूर्व में ‘सिलचर’ एवं पश्चिम में ‘पोरबंदर’ को सड़क मार्ग द्वारा जोड़ने की योजना है
- ‘उत्तर-दक्षिण गलियारों’ के अंतर्गत उत्तर में श्रीनगर’ एवं दक्षिण में ‘कन्याकुमारी’ को जोड़ने की योजना है।
- पूर्व-पश्चिम तथा उत्तर-दक्षिण गलियारे एक-दूसरे को आपस में ‘झाँसी’ में काटते हैं।
- शेरशाह सूरी द्वारा कोलकाता से पेशावर तक शाही राजमार्ग का निर्माण करवाया था।
- ब्रिटिश काल में इसे ‘ग्रैंड ट्रंक रोड’ नाम दिया गया।
- NH-1 एवं NH-2 इसी के भाग हैं।
हरित राजमार्ग नीति-2015 (Green Highways Policy-2015)
- शुभारंभ 29 सितंबर, 2015 को किया गया।
- राजमार्ग में हरियाली को बढ़ावा देना है।
ग्रीन मफलर
- अधिक आबादी या ध्वनि प्रदूषण वाले क्षेत्रों में सड़कों के किनारे,राजमार्गों के आस-पास के क्षेत्रों में 4-6 पंक्तियों में अशोक एवं नीम जैसे पौधों का रोपण कर ध्वनि प्रदूषण कम करने का तरीका है।
भारतमाला परियोजना
- इसके द्वारा भारत के सीमावर्ती राज्यों को जोड़ने के साथ उन्हें तटीय राज्यों एवं उनके बंदरगाहों से जोड़ा जाएगा।
- सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा वर्ष 2017-18 से भारतमाला कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
सेतु भारतम् योजना
- रेलवे क्रॉसिंग पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिये 4 मार्च, 2016 को नई दिल्ली में ‘सेतु भारतम् योजना’ का शुभारंभ किया।
- इस योजना के तहत वर्ष 2019 तक सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को रेलवे क्रॉसिंग से मुक्त बनाना है।
- इसके लिए उत्तर प्रदेश में नोएडा स्थित ‘इंडियन एकेडमी ऑफ हाइवे इंजीनियर्स‘ में एक ‘भारतीय पुल प्रबंधन प्रणाली‘ भी स्थापित की है।
राज्य राजमार्ग/प्रांतीय राजमार्ग (State Highway/Provincial Highway )
- इनके निर्माण एवं रख-रखाव की ज़िम्मेदारी राज्य सरकार पर होती है।
- प्रांतीय राजमार्गों की सर्वाधिक लम्बाई वाला राज्य महाराष्ट्र है | इसके बाद कर्नाटक और गुजरात का क्रमशःदूसरा और तीसरा स्थान है |
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana-PMGSY)
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत 25 दिसंबर, 2000 को की गई।
- ‘राष्ट्रीय ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण (ग्रामीण विकास मंत्रालय)/National Rural Infrastructure Development Agency (NRIDA), इस कार्यक्रम के लिये तकनीकी सहायता उपलब्ध कराता है।
सड़क घनत्व
- केरल, त्रिपुरा, गोवा जैसे राज्य सड़क घनत्व के मामले में उच्चतम स्थानों पर हैं।
- राज्यों एवं संघ राज्य क्षेत्रों दोनों में सड़क घनत्व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का अधिकतम है।
- भारत में सर्वाधिक सड़क घनत्व वाला राज्य केरल है
राष्ट्रीय राजमार्ग जिला संज्योक्ता परियोजना
- केंद्र सरकार ने देश के 676 जिलों में से 100 जिलों के मुख्यालयों को राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ने के लिये ‘राष्ट्रीय राजमार्ग जिला संज्योक्ता परियोजना’ को स्वीकृति दी है।
रेल परिवहन (Rail Transport)
- भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क वाला देश है।
- भारत में वर्ष 1853 से रेल परिवहन की शुरुआत की गई तथा मुंबई से थाणे के बीच पहली रेल चलाई गई।
- इसके बाद 1854 में कलकत्ता को हुगली से और 1856 में मद्रास को अर्काट से रेल मार्ग द्वारा जोड़ा गया
- ‘अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन (RDSO)’ लखनऊ में स्थित है।
- रेवाड़ी से रोहतक रेल खंड (हरियाणा) प्रथम रेल खंड है जिस पर सी.एन.जी रेल सेवा शुरू की गई है।
- ‘सफदरजंग से सराय रोहिल्ला‘ तक प्रथम सौर ऊर्जा युक्त डिब्बों वाली ट्रेन का संचालन प्रारंभ किया गया है।
कोंकण रेलवे परियोजना (Konkan Railway Project)
- कोंकण रेलवे परियोजना का प्रारंभ मार्च 1990 में किया गया था।
- रोहा से मंगलूरू के मध्य इसकी कुल लंबाई 741 किमी. किमी. है। ( कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड)
- भारत की दूसरी सबसे लंबी रेलवे सुरंग ‘कारबुडे’ सुरंग, रत्नागिरी (6.5 किमी)
- कोंकण रेलवे की सर्वाधिक लंबाई महाराष्ट्र में है, इसके बाद क्रमशः कर्नाटक एवं गोवा में है।
रेल गेज (rail gauge)
रेल गेज, किसी रेलवे लाइन की दोनों समानांतर पटरियों के बीच भीतरी दूरी के माप को कहा जाता है। रेल गेज को सामान्यतः तीन वर्गों में विभक्त किया जाता है
- 1. नैरो गेज (Narrow Gauge)
- 2. मानक गेज (Standard Gauge)
- 3. ब्रॉड गेज (Broad Gauge)
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor)
- डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना को भारतीय रेल के माल ढुलाई के उद्देश्य से लाया गया है।
- इस परियोजना के तहत रेल द्वारा माल ढुलाई की सुविधा के लिये अलग से पटरियाँ बिछाकर माल के त्वरित पहुँच के साथ-साथ यात्रा के समय आने वाली रुकावटों का भी समाधान किया गया है।
- निम्नलिखित गलियारों को बनाने की योजना है
रेलवे मंडल और संभाग (Railway Zones and Divisions)
भारत में पर्वतीय रेल प्रणाली
- दार्जिलिंग हिमालयन (1881),WEST BENGAL
- कालका-शिमला (1903),HP
- नेराल-माथेरन (1907),RAIGAD,MAHARASHTRA
- कांगड़ा घाटी (1929),HP
- नीलगिरी पर्वतीय रेलवे (1908),TAMILNADU
भारत की पर्यटन रेल प्रणाली
- पैलेस ऑन व्हील्स
- रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स
- द गोल्डन चेरियट
- डेक्कन ओडिसी
- महाराजा एक्सप्रेस
- महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस
- दार्जिलिंग, कालका-शिमला व नीलगिरी पर्वतीय रेलवे को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है।
Metro Rail
- भारत में प्रथम मेट्रो रेलवे परियोजना की आधारशिला 29 दिसंबर, 1972 को कोलकाता में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा रखी गई।
- 24 अक्तूबर, 1984 को प्रथम मेट्रो का परिचालन प्रारंभ हुआ।
- 23 जुलाई, 2016 को कोच्चि (केरल) मेंदेश की पहली वाटर मेट्रो लॉन्च की गई।
- वाटर मेट्रो परियोजना का विकास ‘जर्मन विकास बैंक’ की सहायता से प्रारंभ किया जा रहा है ।
- Kolkata Metro is the first underground Metro in India.
- दिल्ली मेट्रो की पहली लाइन रेड लाइन का उद्घाटन अटल बिहारी वाजपेयी ने 24 दिसंबर 2002 को किया था।
बुलेट ट्रेन (Bullet Train)
- भारत में पहली बुलेट ट्रेन मुंबई व अहमदाबाद के मध्य(508 किमी) चलाई जाएगी।
- बुलेट ट्रेन (Maglev) तकनीक पर कार्य करती है।
- जापान तथा भारत के बीच बुलेट ट्रेन को लेकर समझौता हुआ है।
- यह ट्रेन महाराष्ट्र, गुजरात एवं दादरा-नागर हवेली से होकर गुजरेगी।
- पूरे कॉरिडोर में कुल 12 स्टेशन होंगे (मुंबई, थाणे, विरार, बोइसर, वाणी, बिलीमोरा, सूरत, भरुच, बडोदरा, आनंद, अहमदाबाद, साबरमती)।
- मुंबई-अहमदाबाद कोरिडोर के पश्चात् दिल्ली एवं वाराणसी के मध्य भारत की दूसरी बुलेट ट्रेन चलाने की योजना पर काम चल रहा है।
मोनो रेल (Monorail)
- मोनो रेल एक ऐसी तकनीक से निर्मित है जो केवल एक ही पटरी पर चलती है।
- नवंबर 2008 में मुंबई में सर्वप्रथम चेंबूर से वडाला के मध्य मोनो रेल का परिचालन प्रारंभ किया गया।
पाइपलाइन परिवहन (Pipeline Transport)
- भारत में पाइपलाइन परिवहन की शुरुआत 1956 में डिगबोई से ” तिनसुकिया तक की गई, जिसकी सहायता से असम के तेल कुओं से कच्चा तेल ,बरौनी रिफाइनरी तक लाया जाता है।
- कुद्रेमुख से मंगलूरू बंदरगाह तक पाइपलाइन द्वारा लौह अयस्क पहुँचाया जाता है।
- मातोन खानों से रॉक फॉस्फेट ,देबारी प्रगलन संयंत्र (उदयपुर, राजस्थान) में लाया जाता है।
‘प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा’ पाइपलाइन परियोजना
- ऊर्जा गंगा परियोजना अत्यंत महत्त्वाकांक्षी गैस पाइपलाइन परियोजना है जिसका लक्ष्य देश के पूर्वी भाग के निवासियों को ‘पाइप्ड नेचुरल गैस’ (PNG) और वाहनों के लिये CNG उपलब्ध कराना है।
- प्रधानमंत्री ने अक्टूबर, 2016 में वाराणसी में इस परियोजना की नींव रखी थी।
- ‘जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा’ पर कार्य चल रहा है, जिसकी लंबाई लगभग 2,650 किलोमीटर होगी एवं यह उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल से होकर जाएगी। इससे पाइप्ड कुकिंग गैस (PNG) का परिवहन किया जाएगा।
भारत की प्रमुख पाइपलाइनें
जल परिवहन (Water Transport)
- जल परिवहन को दो वर्गों में विभाजित किया जाता है
- 1. अंतः स्थलीय/आंतरिक जलमार्ग
- 2. महासागरीय/पोत परिवहन/समुद्री जलमार्ग
अंतःस्थलीय जल परिवहन
प्रमुख राष्ट्रीय जलमार्ग (main National Waterways)
स्रोतः राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम, 2016 (पी.आई.बी.)
राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम, 2016 (National Waterways Act, 2016)
- इस अधिनियम के तहत देश में कुल 106 जलमार्गों को नए राष्ट्रीय जलमार्गों के रूप में घोषित करने का प्रावधान है।
- वर्तमान में देश में कुल पाँच राष्ट्रीय जलमार्ग हैं।
- इस अधिनियम से कुल राष्ट्रीय जलमार्गों की संख्या 111 हो जाएगी।
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (Inland Waterways Authority of India : IWAI)
- द्वारा इन राष्ट्रीय जलमार्गों को शिपिंग और नौवहन के लिये विकसित किया जाएगा।
- The Inland Waterways Authority of India (IWAI) came into existence on 27th October 1986
- The head office of the Authority is at Noida
महासागरीय जल परिवहन (Maritime Transport)
- भारत में 13 प्रमुख बंदरगाह एवं लगभग 200 गैर-प्रमुख बंदरगाह हैं।
- मुंबई एक प्राकृतिक पोताश्रय है।
- कांडला कच्छ की खाड़ी के सिरे पर स्थित ज्वारीय बंदरगाह है।
- मोरमुगाओ गोवा में अरब सागर के तट पर जुआरी नदी के मुहाने पर स्थित है। यह ज्वारनदमुख पर स्थित हैं। यह बंदरगाह लौह अयस्क निर्यात के लिये प्रसिद्ध है।
- न्यू मंगलौर बंदरगाह से लौह अयस्क (कुद्रेमुख से प्राप्त) का निर्यात किया जाता है
- कोचीन एक प्राकृतिक पोताश्रय है, यह भारत का सबसे बड़ा शिपयार्ड बंदरगाह है।
- न्यू तूतीकोरिन गहरा व कृत्रिम (समुद्री) पोताश्रय है।
- चेन्नई एक कृत्रिम पोताश्रय है ।
सेतुसमुद्रम परियोजना (Sethusamudram Project)
- इस. परियोजना के तहत मन्नार की खाड़ी एवं पाक जलसंधि के बीच एक समुद्री मार्ग का निर्माण किया जाएगा।
- भारत और श्रीलंका के बीच समुद्री मार्ग वाली इस परियोजना का प्रस्ताव सन् 1860 में ‘एडी टेलर’ ने रखा था।
- इस परियोजना के लिये भारत सरकार ने ‘स्वेज नहर प्राधिकरण’ के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है, ।
- विशाखापत्तनम सबसे गहरा और प्राकृतिक बंदरगाह है। डॉल्फिन नोज़ (Dolphin Nose) यहीं स्थित है। लौह अयस्क के निर्यात हेतु विकास किया गया है, साथ ही
- पारादीप गहरा लैगून बंदरगाह है। यहाँ से लौह अयस्क, कपास, मैंगनीज़ और लोह-इस्पात का निर्यात किया जाता है जबकि पेट्रोलियम उत्पाद, खाद्य तेल और मशीनों का आयात किया जाता है।
- कांडला, डायमंड हार्बर (पश्चिम बंगाल) आदि भारत में ज्वारीय बंदरगाहों के उदाहरण हैं।
- भारत का सबसे बड़ा पोत पुनर्चक्रण यार्ड(recycling yard) ‘अलंग’,गुजरात में स्थित है।
- दाहेज (गुजरात) बंदरगाह का निर्माण रसायनों की मांग-पूर्ति हेतु किया गया है।
सागरमाला परियोजना (Sagarmala Project)
- देश के सभी बंदरगाहों को आपस में जोड़ने के उद्देश्य से 15 अगस्त, 2003 को ‘सागरमाला परियोजना’ की घोषणा तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी।
- इसकी शुरुआत 2014 में ‘मेक इन इंडिया’ के तहत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई।
- इसके तहत देश के चारों ओर सीमाओं पर सड़क परियोजनाओं में 7,516.6 किलोमीटर लंबे तटीय क्षेत्र को जोड़ने के लिये नेटवर्क विकसित किया जाना है।
लघु एवं मध्यवर्ती बंदरगाह
- इस प्रकार के कुल लगभग 200 बंदरगाह हैं
रेडीपोर्ट (महाराष्ट्र), काकीनाडा (आंध्र प्रदेश) तथा कोझीकोड (केरल)
अंतर्देशीय जल परिवहन (Inland Water Transport)
- कलादान परियोजना, कलादान नदी पर प्रस्तावित है।
- इसके अंतर्गत म्यांमार में सित्तवे से पलेत्वा तक कलादान नदी पर 158 किलोमीटर लंबा जलमार्ग तथा मिज़ोरम में भारत-म्यांमार सीमा पर पलेत्वा से जोरिनपुई तक 109 किलोमीटर लंबा सड़क शामिल है।
वायु परिवहन (Air Transport)
- भारत में वायु परिवहन का प्रारंभ सर्वप्रथम सन् 1911 में किया गया, जिसे इलाहाबाद से नैनी के बीच ‘डाक सेवा’ के रूप में प्रारंभ किया गया।
- सन् 1953 में वायु सेवाओं का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया।
ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा (Greenfield Airport)
- जब पुराने हवाई अड्डे से दूर किसी नए स्थान पर किसी नए हवाई अड्डे का निर्माण किया जाता है तो उसे ‘ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा’ कहते हैं।
- ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पर सोलर पॉवर, हरियाली और पर्यावरण के हित को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है ।
उड़ान (UDAN)
- उड़े देश का आम नागरिक अक्तूबर 2016 में शुरू किया गया ।
- विमान से 500 किलोमीटर की एक घंटे की यात्रा तथा हेलिकॉप्टर से 30 मिनट की यात्रा के लिये किराये की सीमा ₹2,500 होगी।
अन्य संबंधित तथ्य
- भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग – ‘चेनानी-नाशरी सुरंग’ (9 किमी)
- भारत का सबसे लंबा सड़क पुल – ‘भूपेन हजारिका पुल/’ढोला-सादिया पुल‘ (असम एवं अरुणाचल के बीच ,लोहित नदी प,9.15 किमी)
- भारत का सबसे लंबा पश्चिमी तटीय राष्ट्रीय राजमार्ग – ‘NH-17’
- भारत का सबसे लंबा पूर्वी तटीय राष्ट्रीय राजमार्ग – ‘NH-5’
- भारत का सबसे लंबा पश्चिमी राष्ट्रीय राजमार्ग – ‘NH-15’
- भारत का सबसे लंबा रेलवे स्टेशन –
- हुबली रेलवे स्टेशन,कर्नाटक(1400 मीटर)
- गोरखपुर(1366.4 मीटर)
- भारत का सबसे लंबा रेलवे मार्ग – डिब्रूगढ से कन्याकमारी (4,286 किमी. लंबा)
- भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन
- ट्रेन-18/Vande Bharat Express(180 किमी./घंटा)
- गतिमान एक्सप्रेस (160 किमी./घंटा)
- भारत की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन – ‘विवेक एक्सप्रेस‘(डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी(4230 किलोमीटर)
- भारत का सबसे बड़ा कंटेनर बंदरगाह – जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (मुंबई)
- भारत की सबसे ऊँची सड़क – ‘लेह-मनाली सडक’
- भारत का सबसे ऊंचा हवाई अड्डा – लेह (लद्दाख )
- भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग ‘पीर पंजाल रेलवे सुरंग’ है जो 11. 215 किमी. लंबी है तथा यह एशिया की तीसरी सबसे लंबी सुरंग है।
- विश्व की सबसे लम्बी रेल सुरंग गोथार्ड रेल सुरंग (स्वीटजरलैंड) है, जिसकी लम्बाई लगभग 57 किमी० है |
- विश्व की सबसे लम्बी समुद्री रेल सुरंग जापान की सीकन रेल सुरंग है| इसकी लम्बाई 54 किमी०है | यह रेल सुरंग होन्शू और हौकडों द्वीपों के मध्य समुद्र में स्थित है |
- भारतीय रेल का आदर्श वाक्य “Life Line of the Nation” है |
- भारतीय रेल संग्रहालय चाणक्यपुरी, नई दिल्ली में स्थित है |
- रेलवे स्टाफ कालेज गुजरात के बड़ौदा में है |
- मेट्रो ट्रेन भारत में प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के कार्यकाल में सन1972 ई० में कोलकाता में प्रारम्भ की गयी थी | यह दमदम से टोलीगंज के मध्य चलायी गयी थी |कोलकाता मेट्रो ट्रेन भारत की पहली भूमिगत रेलवे है |